ग्वालियर। भिण्ड जिले के ऊमरी थाना क्षेत्र के ग्राम अकोडा निवासी एक 50 वर्षीय व्यक्ति को 18 मार्च 2015 को मारपीट के दौरान गम्भीर रुप से घायल होने के बाबजूद उपचार के दौरान ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय में मौत हो गई थी, जिसकी विधिवत जानकारी ऊमरी थाना पुलिस के पास होने के उपरांत भी उसने न्यायालय को ये जानकारी देकर गुमराह करने का प्रयास किया कि मृतक फरार है।
रामसेवक शर्मा 9 मार्च को गांव में ही हुए दो गृटों के विवाद में गम्भीर रुप से घायल हो गए थे, नाजुक हालत में उन्हें भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद गम्भीर हालत में ग्वालियर रैफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। जिसकी मर्ग डायरी भी ग्वालियर कम्पू थाने से ऊमरी पुलिस को प्राप्त हो गई थी। इसके बाबजूद ऊमरी थाना पुलिस ने 10 अप्रैल को भिण्ड न्यायालय को लिखित रुप से यह बताया कि यदि आरोपी की अग्रिम जमानत की गई तो वह न केवल गबाहों को धमकाकर साक्ष्यों को नष्ट करेगा तथा उसकी गिरतारी भी नहीं हो सकेगी।
पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना ने बताया कि ऊमरी पुलिस द्वारा न्यायालय को लिखित में पत्र कब भेजा गया है। यदि मृत्यु के बाद पत्र भेजा गया है तो यह बडी लापरवाही है तो संबंधित के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।