उज्जैन। तीन साल पहले नीमच पुलिस ने जिस  बदमाश और अफीम तस्कर बंशी गुर्जर को मुठभ़ेड़ में मृत घोषित कर दिया था  उसे पुलिस ने उज्जैन में पकड लिया है। आरोपी पर हत्या  डकैती  हत्या के प्रयास  पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला चोरी एनडीपीएस एक्ट समेत 9 प्रकरण दर्ज है। मृत घोषित होने के बाद वह शिवा गुर्जर के नाम से घूम रहा था। आरोप है कि फरारी के दौरान उसने मां पत्नी तथा भाई समरथ के नाम से करीब 15 एकड़ जमीन व अनेक वाहन खरीद लिए। पुलिस बंशी गुर्जर से गहन पूछताछ कर रही है।
आईजी उपेन्द्र जैन ने बताया कि आरोपी बंशी गुर्जर पिता रामलाल गुर्जर ग्राम नलवा थाना कुकड़ेश्वर जिला नीमच का निवासी है। 20 नवंबर की सुबह उसे ढाबा रोड से गिरफ्तार कर लिया गया। वह तांत्रिक क्रिया कराने के लिए डिस्कवर बाइक से उज्जैन आया था। गिरफ्तार के समय उसके पास से शिवा गुर्जर के नाम का ड्रायविंग लायसेंस वोटर आईडी कॉर्ड मिला जिस पर बंशी गुर्जर का फोटो लगा है। आईजी ने बताया कि दरअसल बंशी छुपे तौर पर शिवा गुर्जर के नाम से रह रहा था। वर्ष 2001 से वह निरंतर अपराधों में लिप्त रहा। पुलिस ने उसके एक साथी गोपाल गुर्जर को भी हिरासत में लिया है।  रतलाम रेंज के डीआईजी सतीश कुमार सक्सेना  उज्जैन रेंज के डीआईजी डी श्रीनिवास वर्मा तथा उज्जैन एसपी राकेश गुप्ता व नीमच एसपी रामाश्रय चौबे नीमच के एएसपी पंकज पाण्डेए उज्जैन एएसपी पंकज श्रीवास्तव महावीर मुजाल्दे आदि मौजूद थे।
2 फरवरी 2009 को बंशी गुर्जर का साथी रतनलाल मीणा ससुर के मौसर के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जोधपुर जेल से दो दिन के पेरोल पर ग्राम सुण्डी आया था। यहा बंशी बाबू बंजारा समेत 20.25 लोगों की भीड़ ने पुलिस बल पर हमला बोलते हुए पुलिस की रायफल पिस्टल आदि छीन लिए ओर बंदी रतन मीणा को छुड़ा ले गए। कुकड़ेश्वर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया। मामले में अब तक 21 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। तब से बंशी फरार था। रतलाम रेंज के तत्कालीन डीआईजी ने उस पर 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया।
गांधीसागर के समीप बैसला घाटी पर बाइक सवार युवक को बंशी गुर्जर समझकर पुलिस वालों ने रोका तो उसने पुलिस पर फायर कर दिया। जवाब में पुलिस ने फायरिंग की तो वह गिर गया। रामपुरा अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बंशी गुर्जर की मां पत्नी व अन्य ग्रामीणों ने उसकी शिनात बंशी के रूप में की। इस आधार पर पुलिस ने बंशी गुर्जर को मृत घोषित कर दिया।
अफीम तस्कर घनश्याम धाकड़ पिता मांगीलाल धाकड़ निवासी ग्राम मोतीपुरा थाना छोटी सादड़ी राजस्थान जनवरी 2010 में अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद फरार हो गया था। इसके बाद 10 मार्च 2011 को नीमच में हाईवे पर एक व्यक्ति की लाश मिली थी जिसकी शिनात घनश्याम के रूप में की गई। आईजी द्वारा गठित स्पेशल टीम ने घनश्याम को 25 सितंबर 2012 को जावद से  गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि बंशी गुर्जर भी जिंदा है। इसके बाद आईजी ने बंशी की तलाश में स्पेशल टीम लगाई और 15 हजार का इनाम घोषित किया।
आईजी के अनुसार तत्कालीन समय मृतक की शिनात बंशी के रूप मे करने वाले उसके परिवार के सदस्य आदि भी सह आरोपी बनाए जाएंगे। इसके अलावा फरारी के दौरान उसे प्रश्रय देने वाले लोगों को भी आरोपी बनाया जा सकता है।
लाख टके का सवाल . नीमच पुलिस ने बंशी गुर्जर को मुठभ़ेड़ में मृत घोषित किया। इस मामले में लाख टके का सवाल यह है कि क्या पुलिस मुठभ़ेड़ में मृत हुए कुयात व फरार आरोपी की पहचान में भी भूल कर सकती है और वह भी उस समय जबकि मृतक का चेहरा विकृत नहीं हुआ हो। इस घटनाक्रम ने तत्कालीन पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। हालांकि मामले में मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में आईजी ने यह जरूर कहा कि यदि कोई दोषी पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।उज्जैन। तीन साल पहले नीमच पुलिस ने जिस कुयात बदमाश और अफीम तस्कर बंशी गुर्जर को मुठभ़ेड़ में मृत घोषित कर दिया थाए उसे पुलिस ने उज्जैन में गिरतार कर लिया है। आरोपी पर हत्याए डकैतीए हत्या के प्रयास पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला चोरी एनडीपीएस एक्ट समेत 9 प्रकरण दर्ज

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *