गुरुग्राम (ब्यूरो): पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित 3 राज्यों में आतंक का पर्याय माने जाने वाले गैंगस्टर बलराज भाटी को गुरुग्राम एस.टी.एफ. और नोएडा पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। बदमाशों की ओर से की फायरिंग में गोली लगने से एस.टी.एफ. के 2 हैड कांस्टेबल राजकुमार और भूपेंद्र अौर वहां से गुजर रहा 7 वर्षीय बच्चा और एक व्यक्ति घायल हो गए। गैंगस्टर बलराज भाटी का एनकाउंटर करने वाली हरियाणा एसटीएफ की टीम को इनाम मिलेगा। इसकी घोषणा डीजीपी बीएस संधू ने की है।
जानकारी के अनुसार आरोपी स्विफ्ट कार से तीन साथियों के साथ आ रहा था। एसटीएफ के निरीक्षक सुरेन्द्र ने उसे रुकने की कोशिश की। जिस पर आरोपी ने पुलिस की गाड़ी को हिट कर भागने लगा। आगे बदमाशों को रास्ता न मिलने के कारण कार से उतरकर भागने लगे। आरोपियों ने पुलिस ने बचने के लिए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जबावी कार्रवाई में बलराज मारा गया जबकि दो बदमाश भागने में सफल हो गए। पुलिस ने बताया कि बलराज भाटी पर हरियाणा से एक लाख, दिल्ली व यूपी को मिलकर कुल ढाई लाख का ईनाम था। इस मुठभेड़ के दौरान पास से ही गुजर रहा एक बच्चा और एक युवक गोली के छर्रे लगने से घायल हो गए हैं। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसमें गुड़गांव एटीएफ हवलदार राज कुमार व भूपेन्द्र गोली लगने से घायल हो गए हैं। उनका उपचार चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी का राइट हैंड माना जाता था। मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले का धूसरी निवासी बलराज पहले दिल्ली पुलिस में सिपाही था। नौकरी में रहते उस पर हत्या का आरोप लगा और उसे पुलिस से निकाल दिया। नौकरी जाने के बाद बलराज ने अपराध की दुनिया में कदम रखा और कई वारदातों को अंजाम देता चला गया। सूत्रों के अनुसार कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी का गुर्गा बना और फिर उसका सबसे खास बन गया। सुंदर के जेल जाने पर बलराज ही उसके गैंग को देखता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार बलराज एक सुपारी किलर था। सुपारी लेकर वह किसी की भी हत्या कर देता था। फिलहाल उसके अन्य साथियों की पुलिस तलाश रही है।