भोपाल। नए साल 2021 की पहली मीटिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों और अफसरों के बीच चल रहे तनाव को कम करने की कोशिश की है। पिछले कुछ दिनों में लगातार खबरें आ रही थी कि मध्य प्रदेश के सभी विभागों को सीएमओ द्वारा कंट्रोल किया जा रहा है। विभागों के प्रमुख सचिव, अपने कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट करने के बजाए डायरेक्ट चीफ मिनिस्टर ऑफिस को रिपोर्ट कर रहे हैं। महिला बाल विकास विभाग में भ्रष्टाचार के मामले में सस्पेंड किए गए अफसरों की आरोपपत्र ना दिए जाने के कारण अपने आप हुई बहाली के मामले में भी सीएमओ का नाम सामने आया है।
नाराज मंत्रियों को मनाने सीएम शिवराज सिंह ने क्या किया
नाराज मंत्रियों को मनाने सीएम शिवराज सिंह ने मीटिंग में मौजूद अपने विश्वासपात्र अफसरों से कहा कि सरकार को पब्लिक से बेहतर फीडबैक कोई नहीं देता और पब्लिक के लीडर मंत्री हैं। अफसरों को उनकी लीडरशिप में काम करना है।
अफसर को डांटता हूं तो जनता ताली क्यों बजाती है: शिवराज सिंह ने पूछा
उन्होंने कहा- यह दुर्भाग्य है कि किसी अफसर को डांट देता हूं, तो जनता ताली बजाती है। ऐसा लगता है कि अफसरों के प्रति कहीं अविश्वास सा है। ये नहीं होना चाहिए। आप जनता के बीच विश्वास बनाएं, उनकी बात सुनें और समस्याएं दूर करें। ये निर्देश मुख्यमंत्री ने नए साल में मंत्रियों और सीनियर अफसरों को दिए।
4 दिन के स्प्रिचुअल टूरिज्म से वापस लौटे हैं शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री नए साल के अवसर पर 4 दिन के स्प्रिचुअल टूरिज्म के बाद आज दोपहर ही भोपाल लोटे। वे सीधे मंत्रालय पहुंचे। वर्चुअल बैठक में मंत्रियों, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के अलावा सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुखा सचिव और सभी विभागों के प्रमुख शामिल हैं।
शिवराज सिंह ने मंत्रियों से कहा: अपने विभाग के कामकाज पर ध्यान दें
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि अपने विभाग की लंबित परियोजनाओं की मॉनिटरिंग बढ़ाइए। ऐसी योजनाएं जो उपयोगी नहीं है, उनकी सूची बनाएं। सरकारी सेवाओं के लिए विभाग सिंगल विंडो के लिए काम करे और श्रम सुधारों को प्रभावी रूप से लागू करें। अफसर आउट ऑफ बॉक्स जाकर सोचें। सरकारी रोजगार के साथ अन्य विकल्पों पर विचार करें।