उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ज्जैन संभाग में कोरोना की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में हम कोरोना से जंग जीतने के निर्णायक दौर में पहुंच गए हैं। प्रदेश में पॉजीटिविटी दर लगभग 7 प्रतिशत के आसपास हो गई है। रिकवरी रेट बढ़ रहा है। ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, रेमडीसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था है। ब्लैक फंगस रोग का इलाज भी नि:शुल्क किया जाएगा।
सीएम ने उज्जैन संभाग के सभी जिलों और उज्जैन के सभी तहसील स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि हर जिले में एक एक पोस्ट कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस और खून के थक्के जमने के कई केस सामने आए हैं। हमें अब इस नये संकट से भी लड़ाई लड़नी है। सीएम ने कहा कलेक्टर कोरोना संक्रमण में माता-पिता खो चुके ऐसे अनाथ बच्चों की सूची बनाएं और उन्हें भिजवायें, ताकि ऐसे बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये की राशि दी जा सके।
इन बच्चों के लिए नि:शुल्क राशन एवं नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था शासन करेगा। उन्होंने कहा कि किसी को भी भूखा नहीं रहने दिया जाएगा।हाल ही में ग्रामीण पथ कर विक्रेताओं के खातों में राशि पहुंचाई गई है। शीघ्र ही निर्माण श्रमिकों एवं स्व-सहायता समूहों के खातों में भी राशि पहुंचाई जाएगी। आने वाला समय कोरोना से जंग करने में निर्णायक साबित होगा, इसलिये आगामी 10 से 12 दिन तक जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। 31 मई तक जनता कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाए।