भोपाल। मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार की बचे रहने की सभी संभावनाएं लगभग समाप्त हो गई है। समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी ने फैसला लिया है कि वह मध्यप्रदेश के फ्लोर टेस्ट में भाग नहीं लेंगे। कमलनाथ के पास से 3 विधायकों का समर्थन अनुपस्थित हो गया है।
16 विधायकों के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों की संख्या 92 रह गई थी। चार निर्दलीय विधायक एवं सपा बसपा के तीन विधायकों सहित कुल 7 विधायक समर्थन कर रहे थे। इस तरह संख्या 99 हो गई थी। सिर्फ 5 विधायकों की जरूरत थी और मंत्री पीसी शर्मा, बृजेंद्र सिंह, तरुण भनोट सहित कई प्रमुख नेताओं ने दावा किया था कि उनके पास फार्मूला 5 है। यानी या तो भाजपा के 5 विधायक इस्तीफा दे देंगे या फिर क्रॉस वोटिंग करेंगे लेकिन अब फार्मूला 5 भी काम नहीं करेगा।
संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को पता है कि वह विधानसभा में अपना बहुमत सिद्ध नहीं कर पाएंगे। इसलिए वह अपना इस्तीफा दे सकते है। संभावना यह भी है कि कांग्रेस के सभी विधायक मंत्री इस्तीफा देकर मध्यावधि चुनाव कराने का प्रयास करें।