मुंबई। बारिश के चलते मुंबई के सांताक्रूज ईस्ट में दर्दनाक हादसा हो गया। लगातार हो रही बारिश के बीच यहां आज सुबह त्रिमूर्ति चॉल में तीन कमरे अचानक ढह गए और चॉल के पास खुले नाले में एक महिला और दो लड़कियां गिरकर बह गईं। उनके कमरे के पीछे से यह नाला बना हुआ था। घटनास्थल पर राहतकार्य जारी है। वहीं एक अन्य लड़की को रेस्क्यू कर लिया गया है जिसे वीएन देसाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पढ़िए, अब तक के बड़े अपडेट्स-

सांताक्रूज ईस्ट के त्रिमूर्ति चॉल में अचानक कमरे ढहने से अफरा-तफरी मच गई। वहीं चॉल के पीछे बने नाले में तीन लड़कियां गिर गईं जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। घटनास्थल पर राहत टीम मौजूद है। घटनास्थल के पास पुलिस और एनडीआरएफ की टीम बड़ा सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।


मुंबई में हाई टाइड के साथ भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। इनकी ऊंचाई 4.51 मीटर तक बताई जा रही है।भारी बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में पानी भर चुका है। लोअर परेल, दादर, हिंदमाता, किंग्स सर्किल, सायन, चेंबुर, अंधेरी, सांताक्रूज और कई इलाकों में सड़कें पानी में डूबी हुई हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।


पश्चिमी रेलवे ने पहले बांद्रा और चर्चगेट के बीच ट्रेन सेवा निलंबित कर दी थी। हालांकि मंगलवार को चर्चगेट से 12 बजकर 5 मिनट पर पहली स्लो ट्रेन और अंधेरी से 11 बजकर 40 मिनट पर ट्रेन रवाना हुई।


-कुछ उपनगरों 300 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बताया कि सुबह साढ़े 8 बजे से साढ़े 11 बजे तक कोलाबा और सांताक्रूज में 6 मिमी और 19 मिमी बारिश हुई जबकि ठाणे में 16 मिमी बारिश हुई।


लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे और उत्तरी कोंकण में रेड अलर्ट जारी किया है और अगले 24 घंटे में बहुत तेज बारिश की संभावना जताई है।


मुंबई में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने बताया, ‘मुंबई में सोमवार शाम 7 बजे बारिश शुरू हुई और आज सुबह 5 से 6 बजे के करीब धीमी हुई। 10 घंटे में मुंबई में 239 मिमी बारिश दर्ज की गई। भारी बारिश के चलते मीठी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया और खतरे के निशान 27 मीटर से ऊपर पहुंच गया। आज सुबह यह 34 मीटर तक पहुंच गया। हमने निचले इलाके की झुग्गी बस्तियों से लोगों को निकालना शुरू किया। अब जलस्तर 24 तक आ गया है। पानी की निकासी के लिए 163 पंपों का इस्तेमाल किया जा रहा है।’

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