इंदौर। मालवा में कॉटन उद्योग में लगभग दो हजार करोड़ रुपए का नया निवेश होने जा रहा है। लुधियाना (पंजाब) का नाहर ग्रुप धामनोद में स्पीनिंग मिल शुरू कर यहां सूती धागा और कपड़ा बनाएगा। बताया जाता है कि इस उद्योग से करीब 5 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। राज्य शासन ने नाहर ग्रुप को धामनोद के पास जैतपुरा पलासिया में करीब 200 एकड़ जमीन देने की मंजूरी दे दी है।
औद्योगिक केंद्र विकास निगम इंदौर के एमडी कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि धामनोद में कपास की प्रमुख मंडी है। यहां एकेवीएन करीब 1500 एकड़ क्षेत्र में नया इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने जा रहा है। नाहर गु्रप को इसी औद्योगिक क्षेत्र में जमीन दी जा रही है। क्षेत्र विकास के लिए टेंडर हो चुके हैं और करीब डेढ़ साल में यह तैयार हो जाएगा। टेक्सटाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया मप्र यूनिट के चेयरमैन कैलाश अग्रवाल ने बताया कि कंपनियों को यहां सस्ता श्रम भी उपलब्ध है।
कपास से जुड़े उद्योगों के लिए यहां कच्चा माल भी खूब है। गौरतलब है कि लुधियाना में कंपनी की शुरुआत 1949 में ओसवाल वुलन मिल्स के साथ हुई थी। बाद में कंपनी ने स्वतंत्र रूप से काम करना शुरू कर दिया। वर्ष 1980 में कंपनी ने लुधियाना में स्पीनिंग और होजियरी यूनिट की शुरुआत की थी। इसके बाद कंपनी का विस्तार होता गया। मंडीदीप में भी कंपनी की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट है, जहां कॉटन और सिंथेटिक यार्न का निर्माण होता है।