भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने में हमारे पुलिस कर्मियों ने सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने भूखों को भोजन कराने, असहायों, नि:शक्तों, बुजुर्गों आदि की मदद करने तथा जरूरतमंदों तक भोजन आदि पहुँचाने में मानवता की अनूठी मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता आज पुलिस पर गर्व कर रही है। चौहान ने पुलिसकर्मियों से कहा कि प्रसन्न रहें, अपनी पूरी सुरक्षा करें तथा निर्भय होकर कार्य करें। हम जल्दी ही आप सब के सहयोग से कोरोना महामारी पर पूर्ण विजय प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी पुलिस महानिरीक्षकों और पुलिस अधीक्षकों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारे पुलिस के जांबाज कोरोना महायोद्धा स्व. देवेन्द्र चंद्रवंशी एवं स्व. यशवंत पाल को मैं प्रणाम करता हूँ। वे कर्तव्यनिष्ठा का अनुपम उदारहण हैं, जिन्होंने जनता की सेवा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। आज पूरा प्रदेश उनके साथ है। उनके परिवारों के लिए 50 लाख रूपये की सहायता, एक सदस्य को सरकारी नौकरी, परिवार को असाधारण पेंशन दिए जाने के साथ इन योद्धाओं को कर्मवीर पदक प्रदान किया जाएगा। साथ ही, पुलिस के ऐसे सभी साथी, जो कोरोना संकट से निपटने में उल्लेखनीय कार्य करेंगे, उन्हें 15 अगस्त को कर्मवीर पदक प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आप सभी पूरी सावधानी एवं सुरक्षा के साथ कार्य करें, जिससे कोई भी कोरोना संक्रमित न हो। मास्क पहनें, फिजिकल डिस्टेंसिंग रखें, बार-बार हाथ धोएं, सैनेटाइजर का उपयोग करें। संक्रमित क्षेत्रों में ड्यूटी के दौरान पीपीई किट पहनें। साथ ही, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष विभाग द्वारा विशेष रूप से तैयार किया गया काढ़ा पिएं।
मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मियों से कहा कि आपके कर्तव्य में सख्ती एवं मानवता दोनों आवश्यक हैं। लॉक डाउन में पूरी सख्ती करें,संक्रमित क्षेत्रों से कोई आ-जा न सके। केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलें, बाजार न खुलें। असामाजिक तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें। साथ ही, जनता की मदद करने में कोई कमी न रखें। सज्जनों में आपके प्रति विश्वास तथा दुर्जनों में भय हो।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में कुछ जिलों में अपनाई जा रही बेस्ट प्रेक्टिसेज के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई। इंदौर जिले में पुलिस द्वारा संक्रमित क्षेत्रों में क्रियान्वित किए गए उत्कृष्ट सर्विलांस सिस्टम की मुख्यमंत्री ने सराहना की। इंदौर में संक्रमित क्षेत्रों में 608 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से निरंतर मॉनीटरिंग की जा रही है। सोशल मीडिया पर अफवाहों एवं गलत जानकारियों को रोकने के लिए भी एप के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है। सिटीजन कॉप सॉफ्टवेअर का भी सफलता पूर्वक उपयोग किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने उज्जैन पुलिस द्वारा होम क्वारेंटाइन की अच्छी व्यवस्था की सराहना करते हुए अन्य जिलों में भी इस व्यवस्था को लागू किए जाने को कहा। उज्जैन पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वहाँ होम क्वारेंटाइन करने के बाद पुलिस उस घर की बैरीकेटिंग कर वहाँ सीसीटीवी कैमरा लगा देती है। यदि संबंधित व्यक्ति बाहर निकलने का प्रयास करता है, तो उसे तुरंत रोक दिया जाता है तथा उस पर फाइन किया जाता है। वहाँ लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 600 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
भोपाल एवं रायसेन जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने भी कोरोना संबंधी कार्यों में उनके जिलों में अपनाई गई बेस्ट प्रैक्टिस की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक रायसेन ने बताया कि वहाँ वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी जनता को आवश्यक मदद पहुँचाई जा रही है। नाकाबंदी पॉइन्ट्स पर जनता को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। पुलिस मास्क वितरण आदि का कार्य भी कर रही है। भोपाल पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संक्रमित क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों एवं ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है। कोरोना कार्य में वॉलेन्टियर्स का अच्छा उपयोग किया जा रहा है।
बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी आदि उपस्थित थे।