सागर। मध्यप्रदेश के सागर लोकायुक्त पुलिस टीम ने आज गुरुवार को बीना में महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी निशा रतले को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते पकडा है। उसने आंगनवाडी कार्यकर्ता से नियुक्ति के बदले रिश्वत मांगी थी।
बीना जिले के ग्राम हांसलखेडी निवासी वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि उनकी पत्नी रितु ठाकुर(32वर्ष) गांव की आंगनवाडी कार्यकर्ता के पद पर चयनित हुई थीं। 6 जनवरी को विभाग ने नियुक्ति आदेश जारी किया। इसके बदले में परियोजना अधिकारी (ग्रामीण) निशा रतले ने रितु से 20 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। रितु ने रिश्वत नहीं दी और उसी तारीख में पदभार ले लिया।
इसके बाद भी परियोजना अधिकारी बार-बार रितु पर रिश्वत देने दबाव डालती रहीं और परेशान करती रहीं। इस कारण उन लोगों ने सागर लोकायुक्त एसपी कार्यालय में शिकायत की। वहां से मिले दिशा निर्देशों के आधार पर परियोजना अधिकारी से बात की और 10 हजार रुपये देना तय हुआ।
गुरुवार दोपहर करीब दो बजे वीरेंद्र ने जैसे ही परियोजना अधिकारी निशा को 10 हजार रुपये दिए, वैसे ही लोकायुक्त पुलिस टीम ने निशा को पकड लिया।
टीम में शामिल वरिष्ठ निरीक्षक मंजू सिंह ने बताया कि आंगनवाडी कार्यकर्ता के पति की शिकायत पर परियोजना अधिकारी को रंगे हाथों पकडा है। उस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।