भोपाल ! मध्य प्रदेश की 13वीं विधानसभा का मानसून व अंतिम सत्र के अनिश्चित काल के लिए स्थगित किए जाने का मामला गरमाया हुआ है। राज्यपाल रामनरेश यादव दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं, वहीं 18 जुलाई को विधानसभाध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी को चर्चा के लिए तलब किया है।
ज्ञात हो कि राज्य विधानसभा में विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को कार्यसूची में शामिल किए जाने के बावजूद उस पर चर्चा नहीं हुई और सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस मसले पर विपक्ष आक्रामक है और उसने राज्यपाल से विधानसभा में हुए घटनाक्रम को असंवैधानिक करार दिया है।
विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के बाद राज्यपाल यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी चर्चा की है। राज्यपाल यादव तीन दिनों तक दिल्ली में रहकर प्रधानमंत्री सहित कई मंत्रियों से भी मिले हैं। इन मुलाकातों को राज्य विधानसभा के घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है।
बताया गया है कि राज्यपाल ने अब तक विधानसभा के सत्र स्थगित किए जाने की अधिसूचना पर दस्तखत नहीं किए हैं, परंपरा के मुताबिक राज्यपाल के हस्ताक्षर की अधिसूचना के बाद ही सत्रावसान माना जाता है। राज्यपाल ने चर्चा के लिए गुरुवार 18 जुलाई को विधानसभाध्यक्ष रोहाणी को तलब किया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह लगातार सदन का सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहे हैं और सत्र को असंवैधानिक तरीके से स्थगित करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं राज्य सरकार के उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को सत्र स्थगित किए जाने में कहीं भी संसदीय परंपराओं का उल्लंघन नजर नहीं आता। वे कहते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव ही सदन में नहीं आ पाया उससे पहले ही विपक्षी दल के सदस्य ने अविश्वास प्रस्ताव पर अविश्वास जता दिया।