भोपाल। विपक्षीय सदस्यों के भारी हंगामें के चलते विधानसभा कल मंगलवार तक के लिये आज सोमवार दोपहर को स्थगित हो गई। इस से पहले कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए विधानसभा के अंदर घुसे. हंगामे के बीच विधानसभा में कांग्रेस विधायक राम निवास रावत ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने आसंदी से अनुमति मांगी. विधानसभा स्पीकर ने कहा कि विपक्ष की सूचना पर प्रस्ताव को चर्चा में लेने पर विचार होगा.
विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव में सरकार के खिलाफ तीन दर्जन आरोप के बिंदु शामिल किए गए हैं. नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह द्वारा विधानसभा को सौंपे गए अविश्वास प्रस्ताव में प्रमुख रूप से ई-टेंडरिंग घोटाले समेत प्रदेश में कुपोषण की भयावह स्थिति, महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार, किसानों द्वारा लगातार की जा रही आत्महत्या, उद्यानिकी विभाग में हुए घोटाले, प्रदेश में महंगी बिजली खरीदी, नर्मदा सेवा यात्रा और प्याज घोटाले का जिक्र है. इसके साथ ही कर्ज में डूबे प्रदेश को भी अविश्वास प्रस्ताव में शामिल किया गया है.
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर विधानसभा में चर्चा शुरू हुई तो संसदीय कार्य मंत्री ने कहा विपक्ष के प्रस्ताव में कोई दम नहीं वहीं कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराई जाए। नियमों का विषय उठाते हुए डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के आरोप पर नेता प्रतिपक्ष के हस्ताक्षर ही नहीं है, ऐसे में प्रस्ताव कानूनी रूप से अवैध है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार चर्चा से भाग रही है। सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराए। उन्होंने कहा कि हम अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम जनता के बीच में जाएंगे और ये सिर्फ छपने के लिए नहीं है।