भोपाल ! चुनावी वर्ष में किसानों को लुभाने की कोशिश करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों पर बकाया बिजली बिल की आधी राशि और पूरा सरचार्ज माफ करने की घोषणा की है। किसानों से प्रति हार्स पावर 1200 रुपये सालाना बिल वसूला जाएगा।
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर गुरुवार को अपना वक्तव्य देते हुए चौहान ने विपक्ष के भ्रष्टाचार, घोटाले सहित अन्य आरोपों को नकारते हुए सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा दिया।
बीते दिनों राज्य में हुई बारिश व ओलावृष्टि का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा कि सरकार किसानों के साथ है। पाला प्रभावित किसानों के लिए सरकार हर संभव मदद करेगी। अब प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर पर मिलने वाली राहत राशि में भी वृद्धि कर दी गई है।
चौहान ने कहा कि किसानों के बकाया बिजली बिलों पर लगाने वाले सरचार्ज को पूरी तरह और बकाया बिल के रकम को आधा कर दिया गया है। इतना ही नहीं किसानों को वर्ष में दो बार ही बिजली बिल का भुगतान करना होगा, और प्रति हॉर्स पावर 1200 रुपये की दर से वसूली की जाएगी।
राज्य में हो रहे औद्योगिक निवेश का ब्योरा देते हुए चौहान ने कहा कि हालात बदल रहे हैं। मध्य प्रदेश बीमारू राज्य नहीं रहा। आने वाले समय में यह राज्य प्रगतिशील राज्यों पंक्ति में आगे खड़ा नजर आएगा।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सरकार की नीतियों और राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए। सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार से विभिन्न योजनाओं के नाम पर मिलने वाली राशि से राज्य सरकार मुख्यमंत्री का नाम जोड़कर जनता को गुमराह कर रही है। राज्य सरकार किसान हितैषी होने का दावा करती है मगर किसानों को अधिगृहित की गई भूमि के एवज में पूर्व घोषणा के मुताबिक पांच लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की राशि नहीं दे रही है।
राज्य में गेहूं उत्पादन के मामले बोगस खरीदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हरदा जिले में चार हजार किसानों से गेहूं खरीदी की बात कही गई मगर उनमें से जांच में 3500 किसान फर्जी पाए गए हैं।