इंदौर। मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को जिले में नर्मदा मालवा गंभीर लिंक परियोजना के शुरुआती चरण को लोकार्पित करेंगे। कुल 2,187 करोड़ रुपये की लागत वाली इस महत्वाकांक्षी परियोजना के जरिए गंभीर नदी को नर्मदा से सांकेतिक तौर पर जोड़कर खासकर खेतों की सिंचाई के लिए पानी का इंतजाम किया जाएगा।
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) के कार्यकारी इंजिनियर (ईई) संजय जोशी ने बताया कि इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर देपालपुर कस्बे में आयोजित कार्यक्रम में नर्मदा मालवा गंभीर लिंक परियोजना के पहले चरण को लोकार्पित किया जाएगा। लोकार्पण समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और प्रदेश सरकार के कुछ मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि नर्मदा मालवा गंभीर लिंक परियोजना के तहत पाइपलाइन के जरिए नर्मदा के जल को ओंकारेश्वर परियोजना की बड़वाह स्थित मुख्य नहर से करीब 68 किलोमीटर दूर बड़ी कलमेर गांव लाया गया है। इस पानी को गंभीर नदी के दोनों किनारों से सटे खेतों में छोड़ा जाना है। इसके लिए रास्ते में चार शक्तिशाली पम्प हाउस बनाए गए हैं जो नर्मदा के पानी को मैदानी इलाके से 427 मीटर की ऊंचाई वाले पठारी क्षेत्र तक पहुंचा रहे हैं।
जोशी ने बताया कि इस परियोजना से इंदौर और उज्जैन जिलों में गंभीर नदी के दोनों किनारों से सटे करीब 50,775 हेक्टेयर कृषि रकबे में सिंचाई की नयी सुविधा विकसित होगी। इस परियोजना के जरिए औद्योगिक इकाइयों और ग्रामीण क्षेत्रों के घरों को भी जलापूर्ति किये जाने की योजना है। सियासत के जानकारों के मुताबिक यह परियोजना आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मालवा अंचल (इंदौर और उज्जैन संभाग) के लिहाज से अहम मानी जा रही है जहां किसानों की बड़ी आबादी है। प्रदेश सरकार करीब 432 करोड़ रुपये की शुरूआती लागत वाली नर्मदा-क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के तहत वर्ष 2014 में नर्मदा और क्षिप्रा को भी सांकेतिक तौर पर जोड़ चुकी है।