नई दिल्ली। पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती शुरू होने में अब कुछ घंटों का ही समय बचा है। ऐसे में सभी को इंतजार काउंटिंग शुरू होने और नतीजों का है। लेकिन इस बार चुनाव के नतीजे आने में कुछ देरी हो सकती है। इसके पीछे कांग्रेस पार्टी की ओर से की गई एक मांग को अहम वजह माना जा रहा है, जिसे चुनाव आयोग ने मान लिया है। दरअसल, मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग ने वोटों की गिनती की स्थायी प्रक्रिया का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
चुनाव आयोग ने जारी किए अहम निर्देश
चुनाव आयोग की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक सभी निर्वाचन अधिकारी और पर्यवेक्षकों को प्रत्येक राउंड के परिणाम घोषित करने होंगे और प्रत्याशियों या उनके एजेंटों को प्रमाण पत्र देने होंगे। इसके बाद ही दूसरे राउंड की गिनती शुरू की जा सकेगी। इस पूरी प्रक्रिया की वजह से माना जा रहा है कि नतीजे आने में देरी हो सकती है। मध्य प्रदेश में 11 दिसंबर को वोटों की गिनती से पहले कांग्रेस पार्टी ने मतगणना में धांधली की आशंका जताते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। इसमें पार्टी की ओर से मांग की गई थी कि वोटों की काउंटिंग में खास सावधानी बरती जाए और प्रत्येक राउंड का रिजल्ट सार्वजनिक किया जाए, इसके बाद ही अगले राउंड की गिनती कराई जाए।
कांग्रेस पार्टी ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपा था ज्ञापन
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कांग्रेस की मांग की जानकारी भारतीय निर्वाचन आयोग को भेजा। जिसके बाद चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को इस बार मतगणना की स्थायी प्रक्रिया का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार वोटों की काउंटिंग के समय कोई वेबकास्टिंग नहीं होगी और न ही मतगणना हॉल में वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग होगा। सिर्फ सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।
चुनाव नतीजे आने में हो सकती है कुछ देरी
बताया जा रहा कि इस प्रक्रिया को केवल मध्य प्रदेश में ही लागू नहीं किया जाएगा बल्कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में भी अपनाया जाएगा। इस संबंध में इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने शनिवार को ही आदेश जारी कर दिया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवारों की ओर से ईवीएम पर सवाल उठाए थे, जिन पर चुनाव आयोग ने यह अहम फैसला लिया है। बता दें कि इस बार मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसे में प्रत्येक राउंड में वोटों की गिनती और परिणाम को लेकर अगर कोई शिकायत होती है तो उन्हें दूर करने में समय लग सकता है। ऐसे में ये माना जा रहा कि चुनाव नतीजों में देरी हो सकती है।
पांच राज्यों में किसकी बनेगी सरकार, सभी को नतीजों का इंतजार
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार 11 दिसंबर को सामने आएंगे। चुनाव आयोग ने वोटों के काउंटिंग की तैयारी पूरी कर ली है। मतगणना में सबसे पहले 8 बजे से डाक मतपत्रों की गणना शुरू होगी। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की कंट्रोल यूनिट से मतगणना शुरू की जाएगी। इस बार हर राउंड की मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे जिसके बाद उम्मीदवारों को परिणामों की प्रति भी दी जाएगी।