मिजाजीलाल जैन
होशंगाबाद. मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में पुलिस ने एक डॉक्टर को नौकर की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया। आरोप है कि डॉक्टर नौकर के शव के 500 से ज्यादा टुकड़े करके उन्हें एसिड में गलाने की कोशिश कर रहा था।
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील मंत्री इटारसी के सरकारी अस्पताल में पदस्थ है। पुलिस ने डॉक्टर के घर से एसिड की कैन और चार आरियां भी बरामद की हैं। पुलिस ने डॉक्टर को शव के टुकड़ों को गलाते वक्त गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल एसपी राजेश खाखा ने बताया कि डॉक्टर ने शव के 500 से ज्यादा टुकड़े किए थे। वह इन टुकड़ों को बाल्टी, कड़ाही, भगोनों में डालकर गलाने की कोशिश कर रहा था।
बताया जा रहा है कि डॉक्टर के नौकर की पत्नी से अवैध संबंध थे। इसकी जानकारी जैसे ही नौकर को हुई तो उसके और डॉक्टर के बीच विवाद हुआ। इसके बाद डॉक्टर ने यह कदम उठाया। डॉक्टर की पत्नी की मौत पहले ही हो चुकी है।
पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर ने सोमवार शाम करीब पांच बजे अपने नौकर वीरू की हत्या की। हत्या से पहले डॉक्टर ने वीरू को नींद का इंजेक्शन दिया। इसके बाद वह उसे घसीटकर बाथरूम ले गया। जहां सबसे पहले उसने नौकर का गला रेता। इसके बाद बाकी के अंगों को करीब 500 छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया। बाथरूम में उसने बाल्टी, कड़ाही और भगोनों में एसिड भर रखा था। इसमें डॉक्टर शव के टुकड़ों को गला रहा था और उन्हें कमोड में बहा रहा था। पुलिस को शक है कि हत्या में वीरू की पत्नी भी शामिल थी।
जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर के कुछ पड़ोसियों ने रविवार को ही एसिड की दुर्गंध की शिकायत पुलिस से की थी। लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अगले दिन भी पुलिस को एसिड की दुर्गंध डॉक्टर के घर से आने की शिकायत मिली। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस ने शव के बाकी टुकड़े और हत्या में इस्तेमाल हुए औजार और काफी मात्रा में एसिड बरामद कर लिया।
पुलिस का कहना है कि आरोपी कई दिनों से हत्या की साजिश रच रहा था। उसके घर से कई कार्टन एसिड की बोतलों के अलावा एसिड से भरा ड्रम भी बरामद हुआ है। मांस काटने के लिए डॉक्टर ने चौकी भी पहले से ही बनवा रखी थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो डॉक्टर कमर के नीचे के हिस्से को ठिकाने लगाता हुआ बाथरूम में मिला। पुलिस अब सीवेज लाइन खुदवाकर शव के बाकी हिस्सों का पता लगाएगी।
शव के टुकड़ों को सुरक्षित करने के लिए 5 घंटे करनी पड़ी मशक्कत
नौकर के शव के बचे हुए टुकड़ों को सुरक्षित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एसिड में शरीर के अंग डले होने के कारण वे गलते जा रहे थे। पुलिस को विशेषज्ञों ने बताया की अंगों को पहले एसिड से निकालकर ज्यादा से ज्यादा पानी से धोया जाए। इसके लिए पुलिस को करीब पांच घंटे मशक्कत करनी पड़ी।