शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की खनियांधाना तहसील के 23 साल का युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। युवक 15 मार्च को हैदराबाद से आया था। मिली जानकारी के अनुसार, युवक खनियांधाना का निवासी है। वह व्यवसाय के सिलसिले में 13 मार्च को हैदराबाद गया था और 16 मार्च को संपर्क क्रांति से लौटा था। संपर्क क्रांति से उत्तरप्रदेश के झांसी में उतरने के बाद बस से शिवपुरी जिले की खनियाधाना तहसील अपने घर पहुंचा था। जब इसकी हालत बिगड़ी तो 24 मार्च को युवक की स्क्रीनिंग कराई गई, जिसमें कोरोना के लक्षण पाए गए। हालांकि युवक के मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आई है। युवक ने फेसबुक पर एक वीडियो डालकर मांग की थी, लेकिन समय से उसे मदद नहीं मिल पाई है।
डॉक्टरों ने युवक की 24 मार्च को सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। गुरुवार को आई रिपोर्ट में हैदराबाद से लौटे युवक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसे जिला अस्पताल में आइसोलेट किया गया है। तीन दिन के अंदर शिवपुरी में कोरोना पॉजिटिव का दूसरा मामला है। पहला पॉजिटिव 24 मार्च को ही मिला था। अब ग्वालियर में एक और शिवपुरी में दो मामले हो गए हैं।
कोरोना पॉजिटिव पाए गए मोहम्मद समीर ने हैदराबाद से लौटने के बाद फेसबुक पर एक वीडियो डालकर स्वास्थ्य विभाग से मदद मांगी थी, उसने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही करने का आरोप भी लगाया था। हैलो सर, मैं शिवपुरी का रहने वाला हूं। जैसा कि आजकल देश में कोरोना का बहुत कहर है। मैं अभी-अभी बाहर से लौटा हूं। 13 मार्च को हैदराबाद गया था और 15 को लौटा हूं। मैं सोशल मीडिया में पढ़ रहा हूं कि कोरोना के लक्षण किस प्रकार के होते हैं, वैसे ही लक्षण मुझमें भी थोड़े से हैं। मैंने एक कमरे में बंद कर लिया है और खाना वगैरह भी खुद ले लेता हूं। किसी से मिल नहीं रहा हूं, किसी से बात नहीं कर रहा हूं। घरवालों से भी सबसे दूर हूं। जिला अस्पताल बीएमओ साहब से बात हुई है, उनसे मिला भी हूं। उन्होंने कहा है कि कमरे में बंद हो जाइए, मैं बंद हो गया हूं। अभी दो दिन से मेरी ज्यादा कंडीशन खराब हो गई है। सर्दी-खांसी हो गई है, सूखी खांसी आ रही है। कमजोरी बहुत ज्यादा हो गई है।
प्रशासन और स्वास्थ्य केंद्र बिलकुल लापरवाही कर रहा है, मुझे कहते हैं कि तैयार हो जाइए, एंबुलेंस लेने आ रही है। शाम को 4 बजे कहा और रात को 10 बजे तक एंबुलेंस नहीं आई। फिर कहते हैं कि ये वायरस लड़कों को नहीं हो रहा है, 60 साल की उम्र के बाद हो रहा है। मैं कहता हूं कि जो भी हो रहा है तो आप हमारा चेकअप कराइए। अगर ऐसी कंडीशन हो रही है या फिर मना कर दीजिए, तब हमारा पर्सनल इलाज करा लेंगे। हमारे पेपर तैयार करके कह रहे हैं कि पेपर तैयार हैं और मरीज पहुंच गया है। इस तरीके की लापरवाही हो रही है, मेरी हालत बहुत ज्यादा खराब हो रही है, आप लोगों से दुआ की दरख्वास्त करता हूं, दुआ करना कि मैं जल्दी ठीक हो जाऊं।