इंदौर। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर और उज्जैन में कोरोना का कहर कुछ कम होता दिख रहा है। लेकिन, इसके बावजूद प्रदेश में लॉकडाउन lockdown extended in MP तीन मई के बाद और बढ़ाने की चर्चा शुरू हो गई है। यह लॉकडाउन 25 मई तक बढ़ाया जा सकता है। लेकिन खबर यह भी है कि जहां कोरोना का असर कम होता जाएगा, वहां ढील बढ़ती जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते बुधवार की रात ही इसके संकेत दिए हैं कि कोरोना के प्रसार पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं होने पर प्रदेश में लॉकडाउन तीन मई से आगे भी जारी रह सकता है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो अभी से इसकी तैयारियां प्रारंभ हो गई है। फिलहाल 25 मई तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने की बात चल रही है। लेकिन इसमें सख्ती धीरे-धीरे कम होती जाएगी। संक्रमण से बचने की सावधनियों के साथ व्यवसाय खोलने की अनुमति बढ़ाई जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपने बातचीत में कहा कि आधा मध्यप्रदेश कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुका है। कुछ जिले ऐसे हैं, जहां एक-दो केस आ रहे हैं। इन जिलों को भी कंट्रोल कर लिया है। लेकिन भोपाल, इंदौर, उज्जैन और खरगोन की स्थिति देखकर नहीं लगता कि 3 मई को यहां लॉकडाउन हटा पाएंगे।
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में कोरोना वायरस फैलने के गढ़ बन गया है। जहां संक्रमण न केवल तेजी से फैला, बल्कि अन्य इलाकों के मुकाबले सबसे अधिक पॉजिटिव मरीज भी निकले हैं। इनमें भी खजराना, टाटपट्टी बाखल, अहिल्या पल्टन, उदापुरा संक्रमण के बड़े हॉटस्पॉट हैं। खजराना जहां कोरोना के सर्वाधिक 89 मरीज मिल चुके हैं, वहां पहला पॉजिटिव मरीज 25 मार्च को मिला था। यहां संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है।
केंद्रीय दल के प्रभारी व भारत सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभिलक्ष्य लिखी के निर्देश पर ही ऐसे हॉटस्पॉट चुने गए हैं जिनमें 10 या इससे अधिक कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। दल के पूछने पर प्रशासन ने कहा कि वह इन्हीं 20 एरिया पर फोकस किए हुए है और यहां तेजी से सर्वे कराया गया है। यहां लगातार निगरानी भी की जा रही है कि कहीं नए लोग तो संक्रमित नहीं हो रहे। बढ़ते मामलों से यह संकेत है कि ढील देना और अधिक खतरा हो सकता है। इसलिए भी रेड जोन इलाकों में 3 मई के बाद ढील देना मुश्किल लग रहा है।