भोपाल। ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार की परफार्मेंस रिव्यू कमेटी (पीआरसी) द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना की राष्ट्रीय स्तर पर की गई समीक्षा में मध्यप्रदेश की सड़कों को देश में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा तथा अतिरिक्त सचिव श्रीमती अलका उपाध्याय द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना-I, II, III एवं आरसीपीएलडब्ल्यूईए के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा स्वीकृत कार्यों की विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत समीक्षा की गई।
समीक्षा बैठक में मध्यप्रदेश द्वारा योजनांतर्गत ग्रीन टेक्नालॉजी के उपयोग से देश में अधिकतम लम्बाई की सड़कों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा पूर्ण सड़कों के संधारण कार्यों की राष्ट्रीय गुणवत्ता नियंत्रकों द्वारा पिछले 3 वर्षों में की गई जाँच में मध्यप्रदेश की सड़कों को देश में सर्वश्रेष्ठ पाया गया। प्रदेश की स्थिति को मार्गों की पूर्णता, निर्माण कार्य की गुणवत्ता, स्वीकृति उपरांत निर्माण के लिये एजेंसी के निर्धारण में भी अग्रणी पाया गया। प्रदेश की स्थिति को मार्गों की पूर्णता, निर्माण कार्य की गुणवत्ता तथा स्वीकृति उपरांत निर्माण के लिये एजेंसी के निर्धारण में भी अग्रणी पाया गया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में संधारण कार्यों की निगरानी के लिये तैयार किये गये सॉफ्टवेयर ई-मार्ग को राष्ट्रीय स्तर पर भी लागू किया गया है।
बैठक में मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव सचिन सिन्हा एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण शशांक मिश्रा भी मौजूद थे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी मध्यप्रदेश ग्रामीण विकास प्राधिकरण शशांक मिश्रा ने प्राधिकरण में लागू संधारण प्रणाली, ई-मार्ग सॉफ्टवेयर द्वारा संधारण कार्यों की निगरानी व्यवस्था तथा नवाचार के रूप में प्रचलित डाटा विश्लेषण की नवीनतम सूचना, प्रौद्योगिकी तकनीक के उपयोग के संबंध में प्रस्तुतिकरण भी दिया। इस प्रस्तुतिकरण को काफी सराहा गया।