शहडोल ! भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महात्वाकांक्षी योजना डिजीटल इंडिया के प्रचार प्रसार के लिए इंटेल जैसी दिग्गज कंपनी ने मप्र के छोटे से कस्बे में रहने वाले युवा वैज्ञानिक को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है।
कंपनी ने सरकार के इस सपने को साकार करने और युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए मनीष गर्ग को ब्रांड एम्बेसडर चुना है। इंटेल ने युवाओं के बीच मनीष के कार्यों को अपने विज्ञापन के माध्यम से प्रस्तुत किया है। इसके पीछे मकसद है कि युवा उनसे प्रेरणा लेकर कोई बड़ा काम कर सके।
10वीं के बाद छोड़ा स्कूल
जिले के ब्यौहारी ब्लॉक के बराछ गांव के मनीष गर्ग ने कक्षा 10वीं के बाद स्कूल छोड़ दिया था। स्कूल छोडऩे के पीछे पढ़ाई से मोह भंग होना वजह नहीं थी, बल्कि कम्प्यूटर के माध्यम से स्वाध्यायी छात्र के रूप में पढ़ाई जारी रखना उनका लक्ष्य था। उनकी विज्ञान और गणित में खासी रूचि थी।
इस वजह से उन्होंने इन्हीं दो विषयों पर फोकस जारी रखा और बगैर कोचिंग क्लास और ट्यूशन केआई आई टी जे इ इ की परीक्षा भी अच्छे रैंक से पास की।

दुनिया के सबसे बड़े अनुसंधान सेंटर से पीएचडी
मनीष ने आईआईटी-जी में अच्छी रैंक के जरिए भारत विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्था कोलकाता में प्रवेश लिया। इसके बाद विज्ञान अनुसंधान में देश के अग्रणी संस्थान टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेटल रिसर्च मुम्बई को भी अपनी सेवाएं दी।
इस दौरान उनके कई शोध भी प्रकाशित हुए। विज्ञान जगत में विश्व के सबसे बड़े अनुसंधान सेंटर मैक्स प्लांक क्वांटम आप्टिक्स संस्थान का नाम काफी सम्मान से लिया जाता है। इस संस्थान ने खुद आगे बढक़र मनीष को पीएचडी का ऑफर दिया था। यहां से पीएचडी करने के दौरान मनीष ने पूरी दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। अब इस युवा वैज्ञानिक का नाम लेजर किरणों के माध्यम से ब्रम्हांड के सूक्ष्मतम कणों का अध्ययन करने वाले विश्व के गिने-चुने वैज्ञानिकों में शामिल हैं।

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