ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के ऊमरी थाना क्षेत्र के नदौरी गांव में 6-7 मई 2019 को खेरापति मंदिर के पुजारी के अंधे कत्ल का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बाबा की हत्या करने वाले 3 आरोपियों में से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक फरार चल रहा है। आरोपियों ने बाबा की हत्या गांजा पिलाने से मना करने पर की थी। पुलिस ने आरोपियों से 3700 रुपए, तुलसी की माला, लोटा और कपडे जप्त किए हैं।
ऊमरी थाना क्षेत्र के चरी कनावर गांव निवासी बाबा प्रहलाद दास महाराज 59वर्ष नदोरी गांव के बीहड में मनकेश्वर धाम मंदिर में रहते थे। क्षेत्र में इन्हें लोग पटिया वाले बाबा के नाम से भी पुकारते थे। 7 मई की सुबह नदोरी गांव निवासी विजय भदौरिया मंदिर गए तो उन्हें बाबा का शव लटका नजर आया। उन्होंने गांव के लोगों और ऊमरी पुलिस को सूचना दी।
ऊमरी टीआई रविन्द्र सिंह गुर्जर ने आज यहां बताया कि बाबा की हत्या बाद पुलिस ने मंदिर पर गांजा पीने वालों को तलाशना शुरू किया। मुखबिर ने सूचना दी, कि घटना के बाद से राजेश सिंह भदौरिया निवासी नदोरी, सुमेर भदौरिया निवासी कोट कनावर और नरेन्द्रसिंह भदौरिया निवासी भगत की गढिया गायब हैं। यह लोग कुछ दिन पहले ही गांव आए हैं। पुलिस ने दबिश देकर राजेश सिंह भदौरिया और सुमेरसिंह भदौरिया को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों ने बाबा की हत्या करना कबूल कर लिया।
टीआई गुर्जर ने बताया कि सुमेर भदौरिया नदोरी से अपने गांव कोट कनावर जा रहे थे। रास्ते में राजेश और नरेन्द्र मिल गए। राजेश ने कहा कि गांजा हो तो पिला दो। नरेंन्द्र ने कहा कि मेरे पास देशी शराब के 2 क्वॉर्टर हैं। पहले तीनों लोगों ने शराब पी। इसके बाद गांजा पीने के लिए मंदिर पर पहुंचे। सुमेर ने बाबा को आवाज लगाई, लेकिन बाबा ने रात होने के कारण मना कर दिया। राजेश ने बाबा को धक्का दिया। इसके बाद तीनों लोगों ने नशे की हालत में बाबा की बेहरमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने पीठ की ओर पीछे बाबा के दोनों हाथ बांधे। तौलिया से दोनों पैरों को बांधकर शव को मंदिर की खपरेल से लटकाकर भाग गए।