भोपाल । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) आगामी 4 जून से कई सुविधाएं शुरू हो रही हैं। इनमें मरीजों के लिए दो अहम हैं। एक तो आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को यहां पर इलाज मिलने लगेगा। दूसरी बात यह कि दो एंबुलेंस चलेंगी। इसमें एक एडवांस लाइफ सपोर्ट वाली एक और साधारण होगी।
प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना पिछले साल 23 सितंबर को शुरू हुई थी। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल व कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में इलाज मिलता है। राष्ट्रीय महत्व का संस्थान होने के बाद भी एम्स व बीएमएचआरसी को इसमें शामिल नहीं किया था। इसके लिए प्रदेश स्तर पर नहीं, बल्कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्तर पर निर्णय होना था, इसलिए इसमें देरी हुई। अब 4 जून से यहां आयुष्मान योजना शुरू हो रही है। इस योजना के तहत चिन्हित परिवार के सदस्यों को साल में पांच लाख रुपए तक का इलाज निशुल्क मिलता है।
एम्स में सुपर स्पेशियलिटी इलाज की सुविधा है। प्रदेश भर से मरीज रेफर होकर यहां पर आते हैं। इनमें करीब 80 फीसदी गरीब होते हैं। उन्हें दवाओं से लेकर कई चीजें बाहर से खरीदनी पड़ती हैं। आयुष्मान भारत योजना शुरू होने के बाद इनका निशुल्क इलाज हो सकेगा।
4 जून से ही एक और बड़ी सुविधा शुरू होने जा रही है। यहां पर आउटसोर्स पर दो अत्याधुनिक एंबुलेंस चलेंगी। एक एंबुलेंस एडवांस लाइफ सपोर्ट वाली होगी। इसमें छोटा वेंटिलेटर, मल्टी पैरामॉनिटर, पल्स ऑक्सीमीटर व डिफिब्रिलेटर व अन्य सुविधाएं होंगी। इसके अलावा एक साधारण एंबुलेंस होगी। इन एंबुलेंस का उपयोग एम्स में भर्ती मरीजों को जांच के लिए कहीं भेजने, दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए किया जाएगा। इसके अलावा रोड एक्सीडेंट में घायल मरीज को एम्स लाने, घर से किसी मरीज को अस्पताल लाने में इनका उपयोग किया जा सकेगा। बता दें कि एम्स के एक फैकल्टी मेंबर रमेश चंद्र चौहान को हार्टअटैक आने पर उन्हें अस्पताल लाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली थी। इसके बाद फैकल्टी ने नाराजगी जाहिर की थी। यह सब होने के बाद एम्स प्रबंधन ने चार एंबुलेंस आउटसोर्स पर चलाने का निर्णय लिया था। इनमें दो एंबुलेंस चार जून से चलने लगेंगी।
मरीजों को फायदा होगा
अस्पताल में चार जून से आयुष्मान योजना शुरू होने जा रही है। इसके लिए तैयारी पूरी हो गई है। यह योजना शुरू होने से मरीजों को काफी सहूलियत हो जाएगी। कुछ और सुविधाएं जल्द ही शुरू की जाएंगी – प्रो. (डॉ.) सरमन सिंह, डायरेक्टर, एम्स