भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के इलाज में जीवन रक्षक माना जाने वाले रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। भोपाल में रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी व हेराफेरी करने के आरोप में तीन लोगों पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।
भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जेके हॉस्पिटल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की धोखाधड़ी और जालसाजी कर बाहर बेचने पर आकर्ष सक्सेना, दिलप्रीत सलूजा, और अंकित सलूजा पर कोलार थाना क्षेत्र के इन अपराधियों को राष्ट्रीय सुरक्षा काूनने के तहत कार्रवाई की है। कोरोना संक्रमण के समय जब संक्रमित लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टर द्वारा दवाई के रूप में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाता था तो उस समय लोगो की जान को खतरे में डालते हुए इन्होंने इंजेक्शन की कालाबाजारी की थी।
कलेक्टर लवानिया ने पुलिस से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर आपदा काल में कानून व्यवस्था बनाए रखने और समाज में बेहतर माहौल बनाए रखने के उद्देश्य से उक्त अपराधियों पर रासुका की कर्रवाई करते हुए इनको केन्द्रीय जेल भोपाल मे रखने के आदेश जारी किए।