भोपाल। राजधानी की फूड कंट्रोलर ज्योति शाह नरवरिया द्वारा कल्याणकारी योजना के तहत दर्जनों संस्थाओं का लाखों का अनाज आपराधिक फर्जीवाड़ा कर निकालने का मामला सामने आया है। इस घोटाले की अहम बात यह है कि जिन संस्थाओं के नाम पर अनाज निकाला गया है उनको अनाज निकालने की जानकारी ही नहीं है।
यह घोटाला मुकुल गुप्ता एसडीएम द्वारा गठित टीम ने उजागर किया है। एसडीएम टीम द्वारा कल्याणकारी योजना की लाभार्थी संस्थाओं की भौतिक जांच की गई, तो पता चला कि दर्जनों संस्थाओं के नाम से फूड कंट्रोलर ने अनाज निकालकर व्यापारियों को बेच दिया है।
आशा निकेतन स्कूल आॅफ हैंडीकैप भोपाल, मरियम स्कूल आॅफ मेंटली हैंडीकैप भोपाल और जामिया इस्लामिया अरेबिया मस्जिद भोपाल नामक इन तीन संस्थाओं के लिए करीब 1500 क्विंटल अनाज का डिमांड आर्डर पिछले दिनों फूड कंट्रोलर द्वारा जारी किया गया था।
डिमांड आर्डर के आधार पर नागरिक आपूर्ति निगम में इन तीन संस्थाओं की तरफ से आवंटित अनाज की कीमत का ड्राफ्ट जमा किए गए थे। आपूर्ति निगम ने खालिद ट्रांसपोटर्स भोपाल को इस अनाज को इन तीनों संस्थाओं को पहुंचाने का आदेश भी जारी कर दिया था। ट्रांसपोर्टर्स ने आपूर्ति निगम से यह अनाज उठाकर इन संस्थाओं को डिलेवर भी कर दिया था।
एसडीएम की जांच टीम को इन संस्था पदाधिकारियों ने बताया है कि उनको यह जानकारी ही नहीं है कि उनके नाम से सालों से अनाज निकाला जा रहा है। इन संस्था पदाधिकारियों ने मांग की है कि इनके नाम से जो डिमांड ड्राफ्ट आपूर्ति निगम में लगाए गए हैं, ट्रांसपोर्टर्स द्वारा इनके नाम की अनाज प्राप्ति की बनाई गई रसीद और खाद्य अधिकारियों द्वारा संस्था की जांच रिपोर्ट के मामले की पुलिस में एफआईआर कराई जाए।