तेहरान । रविवार रात भूकंप के शक्तिशाली झटकों से ईरान हिल उठा। 7.3 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र ईरान-इराक सीमा पर था। ईरान में 400 से ज्यादा लोगों के मारे जाने और करीब 6700 लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। उधर इराक के गृह मंत्रालय ने सात लोगों के मारे जाने और 535 लोगों के घायल होने की जानकारी दी है। मरने वालों की संख्या बढ़ने का अंदेशा है। फिलीपींस यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर दुख जताया है। ईरान के पश्चिमी करमान शाह प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही हुई है।

अधिकारियों के मुताबिक, रविवार रात आए भूकंप से देश में 407 लोग मारे गए हैं। इराक के गृह मंत्रालय के मुताबिक, भूकंप से देश का उत्तरी कुर्दिश क्षेत्र प्रभावित हुआ है। अमेरिका के भूगर्भ सर्वे से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र इराक के हालाबजा शहर के 31 किलोमीटर पूर्व मे स्थित था। ईरान के समयानुसार रविवार रात 9:48 पर भूकंप आया। रविवार रात आए भूकंप के समय ज्यादातर लोग सोने की तैयारी में थे। जैसे ही लोगों को स्थिति का एहसास हुआ, वे बाहर की ओर भागे। लेकिन सौभाग्यशाली ही जान बचा सके। भूकंप के झटके थमे तो प्रभावित इलाके में चारों ओर मलबे का ढेर था। घुप्प अंधेरे में मची चीख-पुकार में लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि वे कैसे मलबे में फंसे लोगों की मदद करें। मदद का कोई साधन नहीं होने से ही ज्यादा लोगों की जान गई। दोनों देशों के लाखों लोगों ने भारी ठंड में खुले में रात बिताई। आपदा के कई घंटे बाद भी राहत दल प्रभावित इलाकों में पहुंचने में नाकाम हैं। जिन इलाकों में राहत दल पहुंचे हैं तो वे भूस्खलन के चलते प्रभावी भूमिका नहीं निभा पा रहे हैं। हेलीकॉप्टरों से कुछ इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाई गई है लेकिन वह नाकाफी है। गांव के गांव नष्ट हो गए ईरान में

भूकंप का केंद्र इराक के कुर्दिस्तान इलाके के सुलैमानिया प्रांत के पेंजविन में था। यह इलाका ईरान की सीमा से सटा हुआ है। ईरान के करमान शाह प्रांत में गांव के गांव नष्ट होने की खबर है। प्रभावित इलाके के सालीहिया शहर में रहने वाली माजिदा अमीर जब बच्चों के साथ खाना खाने जा रही थीं, तभी उन्हें अपना घर हिलता प्रतीत हुआ। वह भागकर बाहर आईं। जान तो बच गई लेकिन बाकी सब नष्ट हो गया। प्रशासन ने प्रांत में तीन दिन का शोक घोषित कर दिया है। भूकंप के झटके तुर्की और इजरायल तक महसूस किए गए जबकि इराक की राजधानी बगदाद की कई इमारतों में दरारें आ गई हैं।

रिफायनरी और तेल पाइप सुरक्षित

राहत कार्यो में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और सीमा पर सक्रिय अन्य सशस्त्र मिलिशिया के जवान हरकत में आ गए हैं और वे तेजी से राहत उपाय कायम करने की कोशिश कर रहे हैं। ईरान के गृह मंत्री अब्दुलरेजा रहमानी फाजली ने बताया कि सबसे पहले सड़कों से मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है जिससे प्रभावित इलाकों में पहुंचकर राहत पहुंचाई जा सके। इलाके में स्थित रिफायनरी और तेल पाइपलाइनों को नुकसान नहीं पहुंचा है।

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