ग्वालियर। स्कूली बच्चों का भविष्य सुधारने का दायित्व शिक्षकों पर होता है, शिक्षक बच्चों को अपनी जिम्मेदारी निभाने और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करते है, लेकिन भिण्ड में शिक्षा का स्तर काफी दयनीय है। शिक्षक अपने दायित्वों का ठीक से निर्वहन नहीं कर रहे है। शिक्षक न बच्चों को शिक्षा ही दे रहे हैं और न शिक्षा के लिए प्रेरित ही कर रहे है।
कलेक्टर इलैया राजा टी द्वारा कल भिण्ड ब्लॉक के बाराकलां और चत्थर गावं के दो स्कूलों का अचानक औचक निरीक्षण किया तो बाराकलां गावं का स्कूल समय से पहले ही बंद कर दिया गया था। स्कूल में ताला मिलने पर ग्रामीणों से चर्चा की गई तो पता चला यहां स्कूल समय के बाद खुलता है और समय के पहले ही बंद कर दिया जाता है।
शाम को कलेक्टर चत्थर मिडिल स्कूल पहुंचे जहां छात्रों की उपस्थिति काफी कम मिलने पर नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने स्कूली बच्चों के खेलने के लिए साम्रगी नहीं मिलने पर स्टाफ को फटकार लगाई। इस स्कूल के शिक्षक राष्ट्रपति से पुरुष्कृत शिक्षक सुनील त्रिपाठी अनुपस्थिति मिलने पर नाराजगी जाहिर की गई। ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक सुनील त्रिपाठी कभी कभार ही स्कूल आते है और हाजिरी पंजी पर हस्ताक्षर कर चले जाते है। ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक सुनील त्रिपाठी वहीं शिक्षक हैं जो 8 अप्रैल को वार्षिक परीक्षा के दौरान बोर्ड पर लिखकर परीक्षार्थियों को नकल कराते हुए खण्ड स्त्रोत समन्वयक (बीआरसीसी) टीकमसिंह कुशवाह ने पकडा था। तथा 16 जून को भिण्ड के तत्कालीन कलेक्टर मधुकर अग्नेय ने जब इस स्कूल का निरीक्षण किया था तब भी सकूल बंद मिला था तो कलेक्टर मधुकर अग्नेय ने पूरे स्टाफ को निलंबित कर दिया था। कलेक्टर मधुकर अग्नेय का जब भिण्ड से तबादला हो गया तो जाने से पहले अक्टूवर में पूरे स्टाफ को बहाल किया था। इतना सब कुछ होने के बाद स्कूल के स्टाफ में कोई सुधार नहीं आया है।
खण्ड स्त्रोत समन्वयक (बीआरसीसी) टीकमसिंह कुशवाह ने आज यहां बताया कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा शिक्षक दिवस पर सम्मानित शिक्षक सुनील त्रिपाठी वार्षिक परीक्षा में बोर्ड पर लिखकर नकल कराते पकडे जाने और कलेक्टर द्वारा स्कूल का निरीक्षण करने के बाद अनुपस्थित मिलने पर निलंबित होने के बाद भी उनके काय्र में कोई सुधार नहीं आया है। कल शाम को जब कलेक्टर इलैया राजा टी द्वारा स्कूल का निरीक्ष्ण किया गया तो शिक्षक सुनील त्रिपाठी अनुपस्थित मिले। उनको कलेक्टर के निर्देश पर कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
चत्थर के ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक सुनील त्रिपाठी को तत्काल इस सकूल से हटाया जावे। वह शिक्ष कइस स्कूल के लायक नहीं है। वह बच्चों को पढाने पर यकीन नहीं रखता बल्कि नकल कराकर उन्हें पास कराने पर विश्वास रखता हैं। इसकी वजह से बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है। कलेक्टर के निर्देश पर बाराकलां के स्कूल के शिक्षक माधुरी मिश्रा, सीमा भदौरिया व मनीष शर्मा को नोटिस जारी किए गए है।