ग्वालियर। राजस्थान की ओर एक द्रोणिका और ऊपरी हवाओं में बने चक्रवात के प्रभाव के कारण मध्यप्रदेश के भिण्ड, मुरैना जिले में शनिवार को कई स्थानों पर हल्की बारिश के साथ ही बेर के आकार के ओले गिरे है। गेहूं और चने की फसल को नुकसान पहुंचा है। गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई।

मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने बताया कि राजस्थान के उतर और पश्चिमी क्षेत्र में ऊपरी हवाओं में एक प्रेरक चक्रवात के अलावा दोणिका (ट्रफ लाइन) बनने के कारण प्रदेश के मौसम की गतिविधियों में बदलाव हुआ है। इन दोनों प्रकार के सिस्टम की वजह से ही मुरैना जिले में कई स्थानों पर तेज हवाओं के साथ ही ओलावृष्टि है। इसके अलावा इसी जिले के जौरा और कैलारस विकास खंड के क्षेत्रों में भी बारिश के साथ बेर के आकार के करीब 4 मिनट तक ओले गिरने की खबर है।

उन्होंने बताया कि इस सिस्टम का असर प्रदेश में एक दो तक रहने का अनुमान है। सिस्टमों के प्रभाव के कारण राज्य में कई स्थानों पर बादल दिखायी दिए है। उन्होंने बताया कि ऐसे सिस्टम के प्रभाव के कारण अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के ग्वालियर, सागर एवं चंबल संभागों के जिलों के अलावा बैतूल, हरदा, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, रीवा एवं सतना जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक और कही-कहीं हल्की वर्षा होने की आशंका है। इसके अतिरिक्त ग्वालियर, सागर एवं चंबल संभाग के जिलों में ओलावृष्टि हुई हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में हवा की दिशा दक्षिणी होने के कारण दोनों ही तापमानों में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के भोपाल और उज्जैन संभागों के जिलों में न्यूनतम तापमान काफी बढ़े तथा शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नही हुआ। राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस खरगौन, उमरिया एवं रीवा में दर्ज हुआ है। राज्य की राजधानी भोपाल में आज सुबह बादल छाये रहे और दोपहर में धूप रहा। यहां अगले चौबीस घंटों के दौरान हल्की वर्षा होने की संभावना है। कल आकाश की स्थिति मेघमय बना रह सकता है। अधिकतम तापमान आज यहां 30.6 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 19.0 डिग्री सेल्सियस अंकित हुआ है।

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