ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबलरेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) राजेश हिंगणकर ने थाना प्रभारियों से अवैध वसूली और रेत के अवैध कारोबार में संलिप्ता के आरोप में श्योपुर जिले में पदस्थ हवलदार मुकेश राजावत, आरक्षक ड्राइवर आशीष शर्मा को निलंबित किया है। इन दोनों पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बाद भिण्ड जिले के लहार विधायक पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और अटेर से पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने भिण्ड पुलिस अधीक्षक नगेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व मंत्री ने भिण्ड जिले के लहार में पत्रकारों को बताया कि भिण्ड पुलिस अधीक्षक की जांच के लिए कमेटी बनाई जावे। पूर्व विधायक ने एसपी को हटाने के लिए लोकायुक्त को पत्र लिखा है।

कल लहार में मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा चंबल डीआईजी राजेश हिंगणकर ने 12 मई की रात छापा मार कर अवैध रेत उत्खनन पकडा था। इसके बाद भिण्ड जिले के रौन, ऊमरी, अमायन थाना प्रभारी निलंबित किए गए थे। डॉ सिंह ने कहा उन्होंने अनेको बार एसपी से अवैध रेत उत्खनन पर कार्रवाई के लिए कहा, लेकिन एसपी ने कार्रवाई नहीं की। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण 26 मई को ढोंचरा गांव में गोलीबारी में चार लोग घायल हुए। चारों अब जिंदगी मौत से संघर्ष कर रहे हैं। पूर्व मंत्री ने कहा 2 माह के लॉकडाउन में एसपी ने 80 फीसदी से ज्यादा थाना प्रभारियों के स्थानांतरण कर दिए। उन्होंने कहा एसपी की जांच के लिए कमेटी गठित की जाना चाहिए।

भिण्ड जिले के अटेर से पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने लोकायुक्त के नाम पत्र लिखकर मांग की है कि एसपी नगेंद्र सिंह को हटाया जाए। उन्होंने लोकायुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि एसपी के हटाए जाने के बाद उनके संरक्षण और संलिप्ता में हो रही अवैध वसूली और रेत के अवैध उत्खनन की जांच की जाए। कटारे ने कहा कि डीआइजी चंबल ने आज भी हजारों घन मीटर रेत का अवैध भंडारण पाया है। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि डीआईजी ने 26 मई को, जिस हवलदार और आरक्षक ड्राइवर को निलंबित किया है, वे एसपी के संरक्षण में अवैध कार्यों का संचालन कर रहे थे। कटारे ने लोकायुक्त के नाम लिखे पत्र को पुलिस महानिदेशक की ओर भी कार्रवाई के लिए भेजा है।

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