मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ये भारत के नव-निर्माण में मध्यप्रदेश विशेष भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत तेजी से बदल रहा है। विकास के हर क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियाँ हासिल करते हुए मध्यप्रदेश अब बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आ गया है। विकास दर दो अंकों में बनी हुई है और कृषि विकास दर देश में सबसे ज्यादा है। श्री चौहान ने कहा कि निरंतर प्रयासों से मध्यप्रदेश को बदल देंगे।
श्री चौहान आज स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के प्रथम सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया है। इसमें देशभर से 77 मुख्य कार्यपालन अधिकारी भाग ले रहे हैं।
केन्द्रीय शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिये श्री शिवराज सिंह चौहान जैसा मुख्यमंत्री चाहिए। उन्होंने स्मार्ट सिटी को ‘वेव ऑफ फ्यूचर’ बताते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के लिये जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, सुरक्षा, सीवेज, उद्यमिता, कौशल विकास जैसे विषयों पर सलाहकार समितियां बनाई जायेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी बनने के साथ मानसिकता बदलेगी। उन्होंने स्वच्छता मिशन का उदाहरण देते हुए कहा कि अब यह जन-आंदोलन बन गया है। लोगों की मानसिकता में परिवर्तन आया है। ऐसे ही जब स्मार्ट शहर अपना स्वरूप ले रहे हैं, तो नागरिकों की अपने शहर को लेकर मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन आयेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों की जिन्दगी बदलेगी तो देश भी बदल जायेगा।
भोपाल महापौर श्री आलोक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में स्मार्ट शहरों के काम में तेजी आई है। मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह ने कहा कि स्मार्ट शहर के नियोजन और प्रबंधन की शुरूआत मध्यप्रदेश से हुई। श्री चौहान ने स्मार्ट सिटी परियोजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। स्मार्ट सिटी मिशन भारत सरकार के संचालक श्री समीर शर्मा ने आभार व्यक्त किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये।
एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर ; एक परिचय
सम्मेलन से पहले मुख्यमंत्री ने स्थानीय गोविंदपुरा क्षेत्र में स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर और इन्क्यूबेशन सेंटर का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने सेंटर की सभी शाखाओं और डाटा प्रोसेसिंग एवं विश्लेषण की प्रणाली का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के संचालन में यह सेंटर केंद्रीय भूमिका निभाएगा। श्री चौहान ने कहा कि सभी चयनित स्मार्ट शहरों में एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर स्थापित किये जायेंगे।
एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर शहर में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं को समाहित कर एक ही स्थान पर प्लेटफार्म प्रदाय करेगा। सेंटर से परिवहन, जल, अग्नि पुलिस, मौसम विज्ञान, ई-गवर्नेंस जैसे विभिन्न विभागों से प्राप्त जानकारी का एक मंच पर समाधान और विश्लेषण किया जायेगा। इसके अलावा संपूर्ण शहर की जानकारी प्राप्त कर विश्लेषण के बाद आवश्यक प्रक्रिया से तत्काल संबंधित को कार्यवाही के लिए प्रेषित किया जायेगा।
शहर में लगे सभी सेंसर्स जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसों में लगे जीपीएस सेंसर्स, डायल-100 वाहन की स्थिति, 108 एम्बुलेंस की स्थिति, स्मार्ट पोल एवं स्मार्ट लाइट, ट्रैफिक मैनेजमेंट कैमरे, पब्लिक बाईक शेयरिंग, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, मौसम विभाग, सोलर पैनल्स, स्मार्ट मैप इत्यादि व्यवस्था एवं परियोजनाओं का डाटा यहां स्टोर होगा।
इस सेंटर में पूरे शहर की व्यवस्थाएं एक ही छत के नीचे रियल टाईम में देखी जा सकेंगी। सेंटर से आपातकालीन स्थिति एवं आपदा प्रबंधन में तुरंत कार्यवाही करने में सहयोग मिलेगा। दुर्घटना या किसी अन्य आपात स्थिति में नियंत्रण कक्ष से लाइव वीडियो देखकर जरूरी सेवाओं जैसे फायर बिग्रेड, डायल-100 एवं 108 एम्बुलेंस को तुरंत सूचित किया जा सकेगा। इस मॉडल में शहर का डाटा, डाटा सेंटर में स्टोर किया जायेगा, जिसका समय-समय पर विश्लेषण होगा। यह डाटा एनालिसिस शहर की सेवाओं के संदर्भ में विभागीय योजना बनाने एवं उनमें परिवर्तन आदि के निर्णय लेने में सहायक होगा, प्रशासन की सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। गवर्नेंस के लिये हर स्थिति में नियंत्रण बनाये रखने में यह केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
इन्क्यूबेशन सेंटर
शहर के युवाओं में उद्यमशीलता का विकास करने और नए स्टार्टअप शुरू करने के लिये जरूरी मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के लिये इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है। यहाँ युवkओं को स्टार्टअप के संबंध में तकनीकी ज्ञान, व्यवसाय संबंधी सभी पहलुओं और संभावित जोखिमों के बारे में जानकारी के साथ सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी।
सम्मेलन में सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, सांसद श्री आलोक संजर, पूर्व मंत्री श्री बाबूलाल गौर, केन्द्रीय अपर सचिव सह मिशन डायरेक्टर स्मार्ट सिटी डॉ. समीर शर्मा, केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री विवेक अग्रवाल उपस्थित थे।