भारतीय रेलवे ने कई बड़े बदलाव किए हैं, अगर आप भी ट्रेन में सफर करते हैं तो जरूर जान लें, आपके बड़े काम आएंगे। रेलवे के आरक्षण फॉर्म में बदलाव किए हैं। नए फॉर्म में दिव्यांगों और थर्ड जेंडर को पहचान देने के लिए कॉलम जोड़ा गया है। नए फार्म में शताब्दी और राजधानी के यात्री खाना लेने या नहीं लेने का विकल्प भी भर सकेंगे। अब तक ऐसा विकल्प न होने से शताब्दी और राजधानी के मुसाफिरों को खाने का शुल्क चुकाना पड़ता था। दूसरी ओर, रिजर्वेशन होने के बावजूद ट्रेन मिस हो जाए तो टीटीई आपकी सीट अगले दो स्टेशन तक किसी को जारी नहीं कर सकता। ऐसे में आप अगले स्टेशन से ट्रेन पकड़कर उसमें सफर कर सकते हैं। वहीं अगर अगले दो स्टेशन पर ट्रेन नहीं पकड़ पाते तो टीटीई आपकी सीट आरएसी के यात्री को अलॉट कर सकता है। अगर ट्रेन मिस हो गई तो आप टीडीआर फाइल कर सकते हैं, तब आपको बेस फेयर का 50 प्रतिशत वापिस मिल जाएगा। अगर टिकट गुम हो गई तो भी आप सफर कर सकते हैं। इसके लिए बोर्डिंग स्टेशन पर चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर को डुप्लीकेट टिकट जारी करने के लिए लिखित निवेदन करना होगा। निवदेन के साथ में आईडी कार्ड की कॉपी लगानी होगी। अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद रेलवे बोर्ड ने रेलवे में एक बड़ा बदलाव किया है। बोर्ड ने नार्दन रेलवे के इलेक्ट्रिकल विभाग के एसी व ट्रेन लाइटिंग शाखा को उक्त विभाग से अलग कर मैकेनिकल विभाग में मर्ज करने का फैसला लिया है, जो एक अप्रैल से लागू होगा। बोर्ड के इस फैसले से विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। बोर्ड ने उक्त फैसला लेते समय किसी यूनियन नेताओं से सलाह तक नहीं ली है। जैसे ही लिखित आदेश नॉर्दर्न रेलवे के विभिन्न डिवीजनों को मिले हैं, कई यूनियन नेता पावर हाउस में तबादले करवाने में जुट गए हैं और कुछेक नेताओं के तबादले की सूची भी तैयार हो चुकी है, जो जारी होना बाकी है। रेल मंडल कार्यालय फिरोजपुर के एक इलेक्ट्रिकल विभाग के सीनियर अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि उनके डिवीजन में इलेक्ट्रिकल विभाग में लगभग 2000 कर्मी कार्यरत हैं, इनमें से 700 पावर हाउस के कर्मी हैं और बाकी कोचिंग से संबंधित हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन (सीआरबी) अश्वनी लोहानी ने आदेश दिए हैं कि एक अप्रैल से इलेक्ट्रिकल विभाग से संबंधित एसी व ट्रेन लाइटिंग विभाग को मैकेनिकल विभाग में मरज किया जाए। इस फैसले के बाद कर्मियों में हड़कंप मच गया है। बहुत से यूनियन नेता अपना तबादला इलेक्ट्रिकल के पावर हाउस में करवाने में लगे हैं। कई यूनियन नेताओं ने अपना तबादला पावर में भी करवा लिया है, उनकी सूची तैयार हो चुकी है। एक अप्रैल से एसी व ट्रेन लाइटिंग का कार्य मैकेनिकल के सीनियर डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर देखेंगे और इलेक्ट्रिकल के सीनियर डिवीजनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर उक्त दोनों शाखाओं का चार्ज मैकेनिकल के अधिकारियों को सौंपेंगे। बोर्ड के इस फैसले से इलेक्ट्रिकल विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर काफी हद तक अंकुश लगेगा। इलेक्ट्रिकल विभाग में करोड़ों रुपये के घोटाले हो रहे थे, कई घोटालों की सीबीआई व विजिलेंस विभाग जांच-पड़ताल कर रहा है। उधर, एडीआरएम एनके वर्मा ने उक्त आदेश की पुष्टि करते हुए कहा एक अप्रैल से इलेक्ट्रिकल विभाग का एसी व ट्रेन लाइटिंग शाखा मैकेनिकल में मरज होने जा रही है। इसके अलावा मैकेनिकल विभाग के लोको पायलट (ट्रेन चालक) इलेक्ट्रिकल विभाग में शामिल होंगे। इससे कार्य करने में आसानी होगी।