अशोकनगर। मध्यप्रदेश के भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बिगड़े बोल का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब गुना-शिवपुरी से भाजपा सांसद केपी यादव का विवादित बयान सामने आया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव हराकर संसद बने केपी यादव ने जब कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आईं तो अर्मायादित भाषा का उपयोग करते हुए कहा कि वे पूर्व सांसद सिंधिया के चरण चुम्बन करने के लिए गांव-गांव पहुंच जाती थीं।
सोमवार को अशोकनगर में ग्राम पंचायतों के परिसीमन में भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने पर सांसद डॉ. केपी यादव ने धरना प्रदर्शन किया। सैकडों कार्यकर्ताओं के साथ प्रशासन के खिलाफ राज्यपाल के नाम ज्ञापन देने पहुंचे सांसद का ज्ञापन लेने जब कलेक्टर नहीं पहुंची तो कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने कलेक्टोरेट के सामने बैठकर चक्काजाम कर दिया। उन्होंने तीनों जिलों में पुलिस और प्रशासन की व्यवस्थाओं को फेल बताते हुए ग्राम पंचायतों का जो परिसीमन हुआ है वह पूर्व सांसद के पीए के कहे अनुसार होना बताया।
अशोकनगर कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा जब ज्ञापन लेने नहीं पहुंची तो सांसद ने कहा कि पूर्व सांसद श्री सिंधिया के चरण चुम्बन करने के लिए कलेक्टर गांव-गांव पहुंच जाती थीं, और उनके ही इशारे पर परिसीमन किया गया है। उन्होंने यहां तक बोल दिया कि जिले की प्रशासनिक और पुलिस व्यवस्था प्राइवेट लिमिटेड हो चुकी है। कांग्रेस के तीनों विधायक और सिंधिया के पीए के कहने पर ही प्रशासन काम कर रहा है। सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस पंचायत का सिंधिया जी के पीए ने फोन लगाकर परिसीमन करने को कहा, वहां दावे, आपत्ति पर विचार ही नहीं किया गया।