ग्वालियर। उप चुनाव के लिए मतदान में अब महज कुछ ही घण्टे शेष बचे है लेकिन भाजपा में अंतरकलह कम नही हो रही । इसे रोकने आज पार्टी ने कठोर निर्णय लेते हुए अपने एक पूर्व विधायक पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्काषित कर दिया है।
मुरैना की सुमावली विधानसभा के पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार (नीटू) को अनुशासन हीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्काशित कर दिया गया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णदत्त शर्मा ने आज कार्यवाही करते हुए कहा कि पार्टी के निर्देशों की अवहेलना तथा पार्टी प्रत्याशी के विरोध में कार्य किये जाने पर उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निष्कासि किया गया है । गौरतलब है कि सत्यपाल सिंह सिकरवार नीटू के बड़े भाई डॉ. सतीश सिंह सिकरवार ग्वालियर में पूर्व सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने सत्यपाल सिंह सिकरवार और उनके पिता गजराज सिंह सिकरवार को प्रदेश के अन्य निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार करने की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन दोनों ही वहां नहीं गए सुमावली के भाजपा प्रत्याशी ऐंदल सिंह कंषाना एवं ग्वालियर पूर्व के प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल ने इस वावत संगठन में शिकायत की थी। इसकी पुष्टी के बाद नीटू के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। नीटू के निष्कासन की खबर से भाजपा में उबाल आ गया । इस निर्णय के खिलाफ नीटू समर्थक भाजपा कार्यकतार्ओं ने अनेक स्थानों पर प्रदर्शन कर भाजपा के ध्वज तथा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के पुतले फूंके । हालांकि भाजपा नेता इससे होने वाले डेमेज कंट्रोल में जुट गए हैं।