भाजपा मध्यप्रदेश में सरकार गिराने में लगी रही, लाॅकडाउन में 40 दिन की देरी का परिणाम भुगत रही है जनता-कमलनाथ
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि देश में कोरोना वायरस का कहर देखा जा रहा है. कोरोना संकट से निपटने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में देरी की गई क्योंकि बीजेपी मध्यप्रदेश में सरकार गिराना चाहती थी।
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. हर रोज कोरोना वायरस से संक्रमित नए मरीजों की पुष्टि हो रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस गंभीर बीमारी को लेकर काफी पहले ही चिंता जाहिर की थी।
कमलनाथ ने कहा, केंद्र सरकार ने कोरोना की गंभीरता को समझने में लंबा समय लगा दिया और 40 दिनों के बड़े अंतर के बाद लॉकडाउन जैसा महत्वपूर्ण फैसला लिया. 16 मार्च को मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. जबकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 12 फरवरी को ही कोरोना महामारी को लेकर देश को आगाह किया था. इसके बावजूद प्रधानमंत्री को लॉकडाउन की घोषणा में 40 दिन लग गए।
कमलनाथ ने कहा, मैं संक्षेप में कहना चाहता हूं कि केंद्र सरकार का पूरा ध्यान मध्य प्रदेश की सरकार गिराने में रहा और इस दौरान उन्होंने इतनी बड़ी विपदा को भी नजरअंदाज कर दिया. वहीं उस दौरान केंद्र सरकार का ध्यान राज्यसभा चुनाव को देखते हुए सांसदों को अपने पक्ष में करने पर था. इस वजह से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण फैसले लेने में देरी की गई।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए 24 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान किया गया था. इससे एक दिन पहले 23 मार्च को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चैहान ने शपथ ली थी. इसके साथ ही मध्य प्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वापसी की।
वहीं 21 दिनों के लिए लागू किए गए इस लॉकडाउन की शुरुआत 25 मार्च से हुई. 14 अप्रैल को इस लॉकडाउन का आखिरी दिन है. हालांकि देश में लॉकडाउन के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है. अब तक देश में कोरोना वायरस के कारण 8 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं.