पचमढ़ी !   पचमढ़ी में अतिक्रमण हटने और इसके पूर्व अतिक्रमण के खिलाफ खबरें प्रमुखता से प्रकाशित होने से बौखलाए भाजपाईयों ने आज पत्रकारों पर ही हमला बोल दिया और इस दौरान उन्होंने देशबन्धु कार्यालय को भी अपना निशाना बनाया। भाजपाईयों की इस करतूत से लोगों में भारी नाराजगी है। आमजनों के साथ ही पत्रकारों और कई गणमान्य लोगों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। तोडफ़ोड़ की घटना के विरोध छावनी परिषद सीईओ की रिपोर्ट पर 23 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके बाद पचमढ़ी में धारा 144 भी लागू कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पचमढ़ी स्थित देशबन्धु कार्यालय में आज दोपहर 12:30 बजे अतिक्रमणकारियों ने तोडफ़ोड़ की जिससे की कार्यालय का कंप्यूटर फोटो कापी मशीन बाहर लगा बूथ एवं कॉच के दरवाजों को बड़े पत्थरों से तोड़ कर पूरी तरह से नष्ट कर दिया। इस हिंसात्मक कार्रवाई के लिए स्थानीय भाजपा नेताओं के नेतृत्व में एक बड़ी भीड़ ने देशबन्धु प्रतिनिधि संदीप साहू के विरूध नारे लगाते हुए कहा कि यह अतिक्रमण विरोधी खबरें एवं उच्च न्यायालय के आदेशों निर्र्देशों को प्राथमिकता से समाचारों के द्वारा प्रकाशित कर रहे हंै। हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
गौरतलब है, कि माननीय उच्च न्यायालय ने एक याचिका के माध्यम से एक जनहित याचिका के प्ररिपेक्ष में 07 जनवरी 2014 एवं 16 अप्रैल 2014 को एक आदेश में सख्ती सेे कहा था, कि 15 जून 2014 तक पचमढ़ी क्षेत्र से समस्त अतिक्रमण एंव अवैध निर्माण को हटाकर उसकी रिपोर्ट शपथ पत्र के द्वारा माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें। देशबन्धु ने न्यायालय के  आदेशों और पर्यटन नगरी में पसरे अतिक्रमण की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।  देशबन्धु के प्रतिनिधि के अतिरिक्त दैनिक भास्कर के स्थानीय प्रतिनिधि लेखराज नानकाणी के साथ छावनी कार्यालय में जब वह समाचारों का संकलन करने गये, तभी भाजपा मंडल अध्यक्ष नीलेश व्यास, रेवाराम उर्फ डब्बू तथा पप्पी गाइड आदि लोगो ने लेखराज के साथ मारपीट की। दैनिक राज एक्सप्रेस के प्रतिनिधि गोपाल दास काबरा की होटल पांडव में इन अतिक्रमणकारियों एवं भाजपाई नेताओं ने तोड़ फोड़ की। उनकी एक नई कार जो कि होटल के बाहर खड़ी थी उसमे में तोडफ़ोड़ की तथा उनके निवास पटेल रोड स्थित काबरा निवास को भी नुकसान पहुॅचाया। उल्लेखनीय है कि श्री गोपालदास काबरा द्वारा एक जनहित याचिका लगा कर अतिक्रमण कारियों के नाम छावनी वोटर लिस्ट से हटाने की याचिका लगाई थी। इसके पूर्व भाजपा के नेता अपने नेतृत्व में अतिक्रमणकारियों का नेतृत्व करते हुए छावनी मंडल कार्यालय पहुंचे, जहां पर वे अतिक्रमणकारियों के पक्ष में एक ज्ञापन सीईओ छावनी परिषद को देना चाहते थे। सीईओ छावनी परिषद से उनके आफिस में घुसकर भाजपा मंडल अध्यक्ष नीलेश व्यास चाणक्य बख्शी, संजय लिडवानी व अन्य लोगों ने सीईओ पर हमला कर दिया। बाहर खड़ी भीड़ को उकसाने का काम किया और सबक सिखाने के लिए नारे लगवाये कि ईंट का जवाब पत्थर से दिया जायेगा। 

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