इंदौर। महामारी कोरोना से स्वस्थ होने के बाद इस वक्त मानव जीवन के लिए चुनौती के रूप में सामने आ रही ब्लैक फंगस नामक रोग से इंदौर जिले में कुल 164 रोगी ग्रस्त बताये जा रहे हैं। संभागायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा के द्वारा शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर जिले में ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद सामने आई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार समीक्षा बैठक में महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय (एमजीएम) के अधिष्ठाता डॉ संजय दीक्षित ने बताया कि वर्तमान में जिले में 164 मरीज ब्लैक फंगस से ग्रसित है। इनमें से 156 मरीजों का एमवाय अस्पताल में पृथक से बनाए गए वार्ड में भर्ती किया गया है तथा 8 ऐसे मरीज भी सामने आये है जो गैर-कोविड (जिनकी अब तक कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी सामने नहीं आई है) पाए गए थे उन्हें दूसरे अस्पताल में रखा गया है।

बताया गया है कि संभागायुक्त डॉ शर्मा ने समीक्षा बैठक के दौरान डॉ दीक्षित को ब्लैक फंगस से पीड़ति उक्त 8 गैर – कोविड मरीजों कि कोविड हिस्ट्री ट्रेस करने के निर्देश दिए है। लिहाजा उक्त 8 रोगियों का एंटीबॉडी टेस्ट कराने के बाद अब ये पता लगाया जायेगा की क्या इन्हें कभी ये कोरोना से संक्रमित हुए है। उधर इसी समीक्षा बैठक में महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के अधीक्षक डॉ पीएस ठाकुर ने बताया कि ब्लैक फंगस के लिए समर्पित अस्पताल में बनाए गए वार्ड में वर्तमान में 175 बेड उपलब्ध है जिन्हें आवश्यकता अनुरूप बढ़ाकर 200 तक किया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस से पीड़ति मरीजों के लिए एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन भी अभी उपलब्ध है। डॉक्टर दीक्षित ने बताया कि ब्लैक फंगस से ग्रसित मरीजों की जल्द से जल्द पहचान करने के लिए दो नवीन एंडोस्कोपी की मशीनें खरीदी जा रही हैं, जो जिले को कल यानी शनिवार को प्राप्त हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस से इनफेक्टेड 76 मरीजों की एंडोस्कोपिक सर्जरी एवं 48 मरीजों के अन्य सर्जिकल ऑपरेशन अभी तक संपन्न किए जा चुके है।

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