ग्वालियर । केन्द्रीय पंचायतीराज, ग्रामीण विकास, स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी का सामना करने के लिये आवश्यक है कि देश के प्रत्येक जरूरतमंद हाथ को हुनरमंद बनाया जाए। इसी अवधारणा के तहत 15 जुलाई 2015 से भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना के माध्यम से युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। उन्होंने यह बात दूसरी वाहिनी सशस्त्र पुलिस बल के ग्वालियर मुख्यालय पर प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र के औपचारिक उदघाटन के दौरान कही।
इस अवसर पर महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अभय चौधरी, साडा अध्यक्ष राकेश जादौन, अपर पुलिस महानिदेशक अफ़जल, संभाग आयुक्त एस एन रूपला, पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज अनिल कुमार सहित अन्य अधिकारी और पुलिस कर्मियों के परिजन उपस्थित थे।
तोमर ने कहा कि भारत एक बड़ी आबादी वाला देश है। इस देश की 65 प्रतिशत जनसंख्या 25 से 35 वर्ष आयु के युवाओं की है। इन युवाओं को रोजगार मुहैया कराना सरकार के लिये सबसे बड़ी चुनौती है। केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के गठन के बाद से भारत सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया कि युवा पीढ़ी को रोजगार के लिये कुशल बनाया जाए और इसी भाव के साथ प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का जन्म हुआ। आज देश में 136 प्रशिक्षण केन्द्रों के माध्यम से हजारों की संख्या में युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किए जा रहे हैं।
सैकेण्ड बटालियन परिसर में कौशल विकास केन्द्र की स्थापना के संबंध में उन्होंने कहा कि इस केन्द्र का लाभ पुलिस बल के परिवारों को मिलेगा। क्योंकि यह बात सही है कि देश और प्रदेश दोनों स्तर पर पुलिस बल का काम चुनौतीपूर्ण होता है। उन्हें अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन के लिये परिवार से अलग भी रहना पड़ता है। इस स्थिति में अगर उनके बच्चों को बेहतर रोजगारोन्मुखी शिक्षा बटालियन परिसर में ही प्राप्त हो सकेगी तो वे अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को कुछ हल्का महसूस करते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस केन्द्र का लाभ अन्य सामान्य परिवार के बच्चों को भी मिल सकेगा।
इससे पूर्व महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि कौशल विकास केन्द्र की स्थापना पुलिस सशक्तिकरण की ओर एक कदम है। इस केन्द्र के माध्यम से पुलिस जवानों के परिजन रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने इस केन्द्र की स्थापना के लिये शुभकामनायें भी दीं।
पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार ने कौशल विकास केन्द्र की स्थापना और उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि इस केन्द्र के प्रारंभ हो जाने से पुलिस कर्मियों के बच्चों को बेहतर तकनीकी शिक्षा प्राप्त हो सकेगी। इसके साथ ही उन्होंने बटालियन क्षेत्र में सीवर की समस्या की ओर भी ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने साडा क्षेत्र में पीटीएस जवानों के माध्यम से वृहद वृक्षारोपण का कार्य कराए जाने का प्रस्ताव भी रखा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथिगण द्वारा फीता काटकर केन्द्र का शुभारंभ किया गया और उसकी कार्यप्रणाली तथा उपलब्ध संसाधनों के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।