बेंगलुरू | राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के जांचकर्ताओं और पुलिस अपराध शाखा ने गुरुवार को बेंगलुरू विस्फोट के सुराग की गहन खोजबीन की। बेंगलुरू में बुधवार को हुए विस्फोट में 16 लोग घायल हो गए थे।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “एनआईए के जांचकर्ताओं एवं फोरेंसिक विशेषज्ञों को विस्फोट स्थल पर अहम सुराग खोजने में हमारी विशेष दल सहयोग दे रहा है, जिससे कि विस्फोट में इस्तेमाल हुई विस्फोटक सामग्री और विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाया जा सके।” हालांकि अधिकारी ने विस्तृत जानकारी देने से इंकार कर दिया। बेंगलुरू में बुधवार को यह विस्फोट कर्नाटक में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय के समीप हुआ था। विस्फोट स्थल से जलकर खाक हो चुकी मोटरसाइकिल और दो कारों के अवशेषों से इकट्ठा किए गए सुबूतों के आधार पर फोरेंसिक विशेषज्ञों ने आशंका व्यक्त की है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट रसायन का उपयोग किया गया और टाइम मशीन के जरीए विस्फोट को अंजाम दिया गया। अधिकारी ने बताया, “आरम्भिक जांच में हमें कुछ मात्रा में शीशा प्राप्त हुआ, जो विस्फोट करने में बैटरी चालित टाइम आधारित उपकरण के उपयोग की तरफ इशारा करता है। विस्फोट स्थल से हमें लीथियम और अल्कलाइन बैटरियों के अवशेष भी मिले हैं।” ध्वंसावशेषों में से बम के टुकड़े, कीलें या बॉल बियरिंग आदि कुछ नहीं मिले, इसलिए विशेषज्ञों ने विस्फोट में आईईडी के इस्तेमाल की आशंका व्यक्त की है। अधिकारी ने आगे बताया, “हम भाजपा कार्यालय के बाहर मोटरसाइकिल खड़ी करने वाले तथा विस्फोट से पहले आसपास टहलने वाले दो युवकों का पता लगाने के लिए भाजपा कार्यालय के बाहर लगे कैमरों और सीसीटीवी फुटेज की भी छानबीन कर रहे हैं। चूंकि विस्फोट स्थल भाजपा कार्यालय से थोड़ी दूरी पर है, इसलिए कैमरों में आईं तस्वीरें बहुत साफ नहीं हैं।”
विस्फोट में किसी की मौत नहीं हुई तथा घायल हुए सभी 16 व्यक्तियों को हल्की चोटें आई हैं। जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि आखिर मोटरसाइकिल को दोनों कारों के बीच क्यों खड़ा किया गया। अधिकारी के अनुसार, “अगर मोटसाइकिल को कहीं और खड़ा किया गया होता तो विस्फोट के परिणाम और घातक होते। भाग्य से दोनों कारों में उस समय कोई मौजूद नहीं था।” कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने भी घटना की जानकारी लेने के लिए विस्फोट स्थल का दौरा किया और शीर्ष पुलिस अधिकारियों, एनआईए के जांचकर्ताओं एवं फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ बैठक की। सरकारी अस्पताल में भर्ती विस्फोट पीड़ितों से मिलने के बाद शेट्टार ने पत्रकारों से कहा, “बम विस्फोट के कारण हुए नुकसान का मुआयना करने के लिए मैंने बुधवार देर शाम और गुरुवार सुबह विस्फोट स्थल का दौरा किया। चूंकि जांच अभी चल रही है, इसलिए अब तक मिले सुरागों को सार्वजनिक करना उचित नहीं होगा क्योंकि इससे जांच कार्य प्रभावित हो सकता है।”