भोपाल ! पुलिस ने बैरागढ़ में कारोबारी के घर डकैती करने वाले बांग्लादेशी डकैत गिरोह का फर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास से लगभग एक लाख रुपए का माल बरामद किया है। यह आरोपी इससे पहले भी वर्ष, 2006 में बैरागढ़ में डकैती की वारदात को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस के अनुसार कारोबारी नरेश चोटरानी के घर पर डकैती की वारदात के मामले में रफीक शेख पिता तुजम्बर अली शेख उम्र-34 वर्ष निवासी ग्राम उतर खुंताकटा, थाना सरनखुला जिला बागेरहट, विभाग कुलना बांग्लादेश मोहम्मद मासूम उर्फ साहिल फराजी पिता अब्दुल रसीद फराजी उम्र-20 वर्ष निवासी ग्राम बानिया खली, थाना मोरिलगंज जिला बागेेरहट, विभाग कुलना बांग्लादेश और, मुमताज बेगम पत्नी रफीक शेख उम्र-34 वर्ष निवासी ग्राम उतर खुंताकटा, थाना सरनखुला जिला बागेरहट, विभाग कुलना बांग्लादेश को गिरफ्तार किया है, जबकि इस गिरोह के मंसूर, अलताफ, कबीर, अलामीन, जाकिर, इब्राहिम फरार है। ये सभीग्राम उतर खुंताकटा, थाना सरनखुला जिला बागेरहट, विभाग कुलना बांग्लादेश के रहने वाले हैं।
उल्लेखनीय है कि 18 जून की रात करीब डेढ़ बजे विद्यासागर स्कूल के पीछे कारोबारी नरेश चोटरानी के मकान रुकमणी विला में आधा दर्जन डकैतों ने धावा बोला था। उस वक्त घर के एक कमरे में नरेश चोटरानी की मां रुकमणी देवी अपनी पोती 21 वर्षीय रुचिका के साथ सो रही थीं। दूसरे कमरों में नरेश चोटरानी और पत्नि सरला देवी के अलावा बेटा अंकित और भाई कमलेश भी थे। डकैत सबसे पहले दादी और पोती वाले कमरे में गए। वहां उन्होंने रुकमणी देवी और रुचिका को बंधक बना लिया। पलंग पर बिछी चादर को हंसिये से काटकर दोनों के हाथ पैर बांध दिए। काफी देर कमरे की तलाशी लेने के बाद जब कुछ खास नहीं मिला, तो बदमाशों ने रुचिका की गर्दन पे चाकू अड़ाकर जेवर-रुपए के बारे में पूछने लगे।
चाकू के दवाब से उसकी गर्दन से खून रिसने लगा था। बावजूद उसने सूझबूझ से काम लिया और डकैतों को गुमराह कर दिया। इसी दौरान रुचिका ने डकैत को धक्का दे दिया और जोर से चिल्लाने लगी। आवाज सुनकर दूसरे कमरे में रुकमणी देवी को पकड़े बैठे अन्य डकैत बाहर आ गए। इसी बीच घर के बाकी सदस्य भी कमरे से बाहर निकल आए। वहां इतने सारे लोगों को देखकर डकैत डर गए और भाग खड़े हुए थे।

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