ग्वालियर। प्रदेश सरकार ने यात्री बसें चलाने की अनुमति दे दी है, लेकिन अब ऑपरेटर यात्री बसें चलाने में आनाकानी कर रहे हैं। इसके चलते कल सोमवार से अंतरराज्जीय और प्राइवेट बस स्टैंड से बसें नहीं चलीं। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के तहत 50 % सवारियों के साथ बसें चलाने के लिए बस ऑपरेटर किराया डबल करने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही लॉक डाउन अवधि में जितने दिन बसों का संचालन शासन ने बंद कराया,उतने दिन के टैक्स को माफ करने की मांग भी कर रहे।
मध्य प्रदेश रोडवेज के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह के नेतृत्व में बस ऑटो, ई.रिक्शा, मैजिक, ओला ऑपरेटरों ने प्रमुख सचिव परिवहन चलाने की अनुमति दे दी है।वाहनों ने एसएन मिश्रा, परिवहन आयुक्त वी. मधुकुमार के नाम संबोधित ज्ञापन संयुक्त परिवहन आयुक्त प्रशासन एमपी सिंह को ज्ञापन सौंपा। नज्ञापन के जरिए मांग की लॉक डाउन के कारण अप्रैलऔर मई में बसों का संचालन नहीं हुआ। इसलिए दोनों महीनों के टैक्स माफ किया जाए। 50 फीसदी यात्रियों से बसें चलाने पर नुकसान होगा, इसलिए किराया डबल किया जाए। यह भी मांग की है कि हमें डीजल सरकार द्वारा उपलब्ध2 कराया जाए। सभी मार्गों पर टोल टैक्स माफ किया जाए। बसों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की जाए।