मुंबई। ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में हलचल तेज हो गई है। कोर्ट ने ऐक्टर की मौत की जांच मुंबई पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दी है। इस पर फौरी तौर पर मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने तो कुछ नहीं कहा, लेकिन अंदरखाने आगे की रणनीति बन रही है।
पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह फैसले के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे। दोनों के बीच मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली। इसके बाद पुलिस कमिश्नर गृह मंत्री अनिल देशमुख से भी मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र डीजीपी सुबोध कुमार जायसवाल को भी मिलने बुलाया है।
हालांकि अभी तक दोनों टॉप पुलिस अफसरों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी है। बुधवार दोपहर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर ने मीडिया के सवालों को टाल दिया। उन्होंने कहा कि जब तक पूरा ऑर्डर वह नहीं पढ़ लेंगे, तब तक इस पर कुछ नहीं कह सकते।
उधर सुशांत सिंह राजपूत केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव सरकार घिर गई है। सुशांत की मौत की जांच सीबीआई को देने के फैसले के बाद बीजेपी ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा मांगा है। वहीं एनसीपी नेता और शरद पवार के पोते पार्थ पवार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ट्वीट कर लिखा, ‘सत्यमेव जयते।’ वह पहले भी सुशांत केस की जांच सीबीआई को सौंपने की वकालत कर चुके हैं।
सुशांत सिंह राजपूत केस में शुरुआत से ही मुंबई पुलिस की जांच पर सवाल उठते रहे हैं। सुशांत के परिवार ने भी मुंबई पुलिस की जांच पर भरोसा न करते हुए रिया चक्रवर्ती के खिलाफ बिहार पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस और बिहार पुलिस भी आमने-सामने आ गईं। मुंबई पुलिस के दो महीने तक केस में एफआईआर दर्ज न करने पर सवाल उठे। दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस की जांच पर भरोसा जताया और सुशांत केस में राजनीति के पीछे बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव का हवाला दिया।