भोपाल. ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होना हर किसी का सपना होता है. राजधानी भोपाल की डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर शर्ली अब्राहम को ऑस्कर में मेम्बर के लिए नॉमिनेट किया गया है. मध्य प्रदेश में पहली बार ऐसा मौका आया है जब ऑस्कर ज्यूरी के लिए राज्य से किसी को नॉमिनेट किया गया है. जबकि शर्ली अगले साल ऑस्कर में मिलने वाले अवार्ड की ज्यूरी में शामिल होंगी.
शर्ली अब्राहम का बचपन भोपाल में ही बीता है. ईदगाह हिल्स स्थित सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल से शर्ली अब्राहम की स्कूलिंग हुई है. बचपन से ही शर्ली का सपना फिल्म मेकिंग का था और यही वजह है कि उन्होंने फिल्म मेकिंग की राह चुनी और अब अपनी प्रतिभा के दम पर ऑस्कर की मेम्बर बनने लिए नॉमिनेट हुई हैं. शर्ली का कहना है कि बचपन से ही फिल्में देखने का बहुत शौक था और घर के बड़े बोलते थे कि ज्यादा फिल्में मत देखो, लेकिन ऐसा होता है ना जिस चीज के लिए मना किया जाता है, वही काम करने का मन होता है. लिहाजा ऐसे ही चुपके-चुपके कई फिल्में देखी और धीरे-धीरे फिल्म मेकिंग की तरफ रुचि बढ़ती ही गई और फिर फिल्म मेकिंग का कोर्स किया.
शर्ली अब्राहम का कहना है कि अब तक उन्होंने चार डॉक्यूमेंट्री बनाई हैं. इनमें सबसे प्रसिद्ध द सिनेमा ट्रेवल्स है. इसमें घुमंतू सिनेमा को लेकर डॉक्यूमेंट्री तैयार की गई है. हालांकि इस डॉक्यूमेंट्री को तैयार करने में करीब 8 साल का समय लगा. इसी डॉक्यूमेंट्री में सबसे ज्यादा गलतियां की हैं और इसी डॉक्यूमेंट्री से ही बहुत कुछ सीखने को मिला है. अब तक इस फिल्म को 120 से ज्यादा नॉमिनेशन मिल चुके हैं. जबकि इसे नेशनल अवार्ड भी मिला है. नेशनल अवार्ड के साथ ही कांस, न्यूयॉर्क और टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में भी यह डॉक्यूमेंट्री नॉमिनेट हो चुकी है.
ऑस्कर के अगले साल होने वाले अवार्ड में ज्यूरी बनने पर शर्ली का कहना है कि इसके लिए ना तो उन्होंने किसी तरह से कोई नॉमिनेशन फॉर्म भरा था और ना ही कहीं कोई अप्लाई किया था. इस साल ऑस्कर के लिए जो ज्यूरी है उन्हीं में से किसी एक ने मेरा नाम दिया होगा. ऑस्कर की सदस्यता पाने वालों की लिस्ट सामने आने के बाद ही मेरी एक मित्र से सूची मेरे तक पहुंची तब यकीन ही नहीं हो रहा था कि इतनी बड़ी उपलब्धि मुझे मिली है. खुशी परिवार के साथ सेलिब्रेट करना चाह रही थी भोपाल आकर, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते भोपाल नहीं आ सकी.
ऑस्कर ने दुनिया भर के 800 से ज्यादा फिल्म प्रोफेशनल्स को दी सदस्यता
ऑस्कर ने इस बार दुनियाभर से 800 से अधिक फिल्म प्रोफेशनल्स को सदस्यता ऑफर की है, जिसमें हॉलीवुड और बॉलीवुड की कई हस्तियां शामिल हैं. इसमें कई भारतीय पेशेवर फिल्मकार भी शामिल हैं. भोपाल की डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर शर्ली अब्राहम के साथ अमित महादेसिया और निष्ठा जैन भी शामिल है. शर्ली का कहना है कि जब आपके काम को ना सिर्फ देश में बल्कि दुनिया भर में सराहा जाता है तो खुशी मिलती है. उनका कहना है कि उन्होंने किसी बड़े फिल्मेकर के साथ काम करने का सपना नहीं देखा बल्कि वह इंडिपेंडेंट फिल्म मेकिंग ही करती हैं. फिल्म मेकिंग का काम बहुत आसान नहीं है, लेकिन शुरुआत से ही फिल्ममेकर बनना चाहती थीं. यही वजह है कि इस मुश्किल काम को चुना और अब मुश्किल आसान होती नजर आ रही है.