टीकमगढ़ ! बीते दिनों बड़वानी में नेत्र शिविर के दौरान लगभग पांच दर्जन मरीजों की आंखों की रोशनी छीन लेने के बाद भी प्रशासन सबब लेने का तैयार नहीं है। जिला चिकित्सालय में आए दिन किये जा रहे मोतियाबिंद ऑपरेशन के दौरान कई खामियां नजर आ रही है। शनिवार को ‘दैनिक देशबन्धुÓ ने जब अस्पताल में चल रहे मोतियाबिंद के मरीजों का हाल जाना। तो मालूम हुआ कि मरीजों के लेटने के लिये फटे गद्दे दिये जा रहे थे। इसी प्रकार मरीजों को ठंड के मौसम में स्वंय के खर्चे पर कंबल किराये पर लेकर ठंड से बचने का इंतजाम किया जा रहा है। इस दौरान ग्राम राधापुर से आई महिला 50 वर्षीय दश्शू पत्नी मुलुआ रैकवार ने बताया कि नाश्ते में गीला दरिया दिया गया जबकि, उसमें दूध का डाला जाना चाहिए था। इसी प्रकार 55 वर्षीय तिजिया बाई और स्थानीय मोटे का मुहल्ला निवासी शईदा बानो ने भी अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर किया। उक्त ऑपरेशन नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ ओपी अनुरागी द्वारा किये जा रहे हैं।
इस संबंध में श्री अनुरागी से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि फटे हुए गद्दे बदल दिये गये हंै। कंबलों की व्यवस्था आदि की जा रही है और जहां तक बात नाश्ते या भोजन की है तो यह अस्पताल प्रबंधन उपलब्ध कराता है जो अन्य मरीजों को दिया जाता है वहीं इन मरीजों को उपलब्ध कराया जाता है।