डिण्डोरी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में जिन दम्पत्तियों की केवल बेटियाँ हैं, उन्हें राज्य सरकार की ओर से मिलेगी पेंशन। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाकर राजनीति की दिशा बदलने के प्रयास किये गये हैं। श्री चौहान आज डिण्डोरी जिले के शहपुरा में महिला सशक्तिकरण-सह-सुशासन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री देवसिंह सैयाम भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहपुरा और डिण्डोरी नगर पंचायत में अधोसंरचना के विकास के लिये 11 करोड़ रुपये के निर्माण कार्य की भी मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि शहपुरा में पंजीयन कार्यालय की स्थापना, गाड़ासरई में शासकीय कॉलेज प्रारंभ किये जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के बेटे-बेटियों को विदेश में उच्च अध्ययन के लिये राज्य सरकार की ओर से 15 लाख की राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की बैंक ऋण की गारंटी राज्य सरकार लेगी। विद्यार्थियों को नौकरी लगने के 6 माह बाद मूलधन की राशि को किस्त में लौटाने की सुविधा दी जायेगी। पढ़ाई के लिये लिये गये ऋण के ब्याज की राशि राज्य सरकार भरेगी। उन्होंने कहा कि गरीबों को अपना काम-धंधा शुरू करने के लिये 50 हजार तक के बैंक ऋण की गारंटी मुख्यमंत्री ग्राम स्व-रोजगार योजना में राज्य सरकार लेगी।
मुख्यमंत्री ने दीप जलाकर सम्मेलन का शुभारंभ किया। श्री चौहान गर्भवती महिलाओं के गोद-भराई सम्मेलन में भी शामिल हुए। उन्होंने प्रोजेक्ट परिवर्तन के अंतर्गत वाहन-चालन प्रशिक्षण प्राप्त बालिकाओं एवं महिलाओं को लायसेंस भी वितरित किये। कार्यक्रम को पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी संबोधित किया।