पेरिसः प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के 100 साल पूरे होने के अवसर पर एक कार्यक्रम में शामिल होने फ्रांस गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का विरोध करने वाले तीन टॉपलेस महिला प्रदर्शनकारियों को यहां पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया । इनमें से एक प्रदर्शनकारी ने अपने सीने पर ‘फर्जी शांतिरक्षक’ लिख रखा था।

वह अवरोधकों को पार करते हुए काफिले के पीछे तक पहुंच गई थी। दूसरी महिला को सुरक्षा कर्मियों द्वारा दूर ले जाते देखा गया। वहीं, एक अन्य महिला सुरक्षा घेरे को तोड़ कर काफिले की ओर दौड़ी। इन तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि शहर में करीब 10,000 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए थे। गृह मंत्री क्रिस्टोफ कास्टनर ने कहा कि ट्रंप की सुरक्षा को किसी तरह से खतरा नहीं है।

नारीवादी समूह फेमेन की नेताओं में एक इना शेवचेंको ने इस बात की पुष्टि की है कि उनका समूह इस प्रदर्शन में शामिल था। एक दूसरी ऐक्टिविस्ट ने बताया कि उनका संगठन पेरिस में ऐसा नेताओं की मौजूदगी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था जो दुनिया के अधिकतर संघर्षों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ट्रंप के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन का भी नाम लिया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों की वजह से ट्रंप का काफिला थोड़े समय के लिए ठहर भी गया।

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