ग्वालियर । नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा ने कहा है कि अवर्षा के कारण पानी की कमी को देखते हुए पानी के अपव्यय को रोकने के लिये शासकीय प्रसासों के साथ ही लोगों में जन जागृति का कार्य भी किया जाए। इसके साथ ही पानी को बचाने के उपायों की जानकारी जन-जन तक पहुँचाने का अभियान चलाया जाए। निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने यह बात पेयजल प्रबंधन और स्वच्छता अभियान के संबंध में समीक्षा के दौरान निगम अधिकारियों से कही।
नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा और महापौर परिषद की स्वास्थ्य प्रभारी श्रीमती खुशबू गुप्ता ने शुक्रवार को निगम मुख्यालय पर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। इसके साथ ही पेयजल प्रबंधन के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में अपर आयुक्त रिंकेश वैश्य, उपायुक्त गौर, अधीक्षण यंत्री पीएचई आर एल एस मौर्य, अधीक्षण यंत्री जनकार्य प्रदीप चतुर्वेदी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। स्वास्थ्य प्रभारी श्रीमती खुशबू गुप्ता ने अधिकारियों से कहा है कि स्वच्छता के कार्य में ग्वालियर की रैकिंग 27 नम्बर पर रही है। इस रैकिंग को सुधार कर हमें नम्बर एक पर पहुँचना है। इसके लिये निगम के सभी अधिकारी-कर्मचारी एक जुटता के साथ अपने कार्य को अंजाम दें। इसके साथ ही पेयजल प्रबंधन के लिये पीएचई विभाग के साथ-साथ अन्य विभागीय अधिकारी भी पेयजल प्रबंधन के लिये कार्य करें।
निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने स्वास्थ्य और पीएचई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रतिदिन 7 बजे घर से निकलकर क्षेत्र का निरीक्षण करें। सभी सब इंजीनियर प्रातरू 7 बजे जोन कार्यालय पर पहुँचकर अपने-अपने क्षेत्र का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि पानी की कमी को देखते हुए पानी का अपव्यय नहीं होना चाहिए। अवैध कनेक्शनों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाई की जाए। अवैध नल कनेक्शन काटने में बाधा उत्पन्न करने वालों के विरूद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाए। निगम आयुक्त ने कहा कि कलेक्टर द्वारा ट्यूबवेल खनन पर रोक लगा दी गई है। शासकीय विभाग भी बिना अनुमति के बोर नहीं करा सकता है। निजी व्यक्तियों को बोर कराने पर प्रतिबंध लगाया गया है। प्रतिबंध के दौरान कहीं पर भी ट्यूबवेल खनन न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। क्षेत्र में कहीं पर भी खनन पाया जाए तो संबंधित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि शहर के लोगों को रूफ वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर रीसाइकिलिंग के लिये प्रेरित किया जाए। इसके लिये व्यापक प्रचार-प्रसार का अभियान भी चलाया जाए।
बैठक में पीएचई विभाग के मैदानी अमले को यह भी निर्देशित किया गया कि पेयजल वितरण के समय अपने-अपने क्षेत्र का नियमित भ्रमण करें। निगम के तीनों उपायुक्तों को भी अपने-अपने क्षेत्र में प्रातः भ्रमण कर स्वच्छता और पेयजल वितरण के कार्य का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में स्वच्छता की समीक्षा करते हुए निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 का कार्य किया जाना है। सर्वेक्षण के दौरान समग्र स्वच्छता में ग्वालियर की रैकिंग प्रथम रहे, इसके प्रयास हमें अभी से करना है। उन्होंने कहा कि सभी सफाई कर्मी अपने समय पर अपने-अपने निर्धारित क्षेत्र पर पहुँचें। इसके साथ ही सफाई वाहन भी समय पर निकलकर कार्य करे, यह सुनिश्चित किया जाए। अधिकारी सफाई कार्य का नियमित निरीक्षण करें। रात्रिकालीन सफाई का कार्य भी प्रभावी रूप से निगम का अमला करे। सभी क्षेत्राधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सफाई के कार्य का नियमित निरीक्षण करें। सफाई कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बरती न जाए। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित क्षेत्राधिकारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।