इंदौर। मध्यप्रदेश पुलिस के पास आम जनता की सुरक्षा का जिम्मा है। पुलिस देखकर सभ्रंात नागरिक अपने आपको सुरक्षित महसूस करता था और बदमाश लोग पुलिस को लेकर अपना स्थान बदल लेते थे। अब ऐसा नहीं है। आज पुलिस अपने कर्तव्य से भटक गई। अपराधी थाने में बैठकर थाना प्रभारी व अधिकारियों साथ गप्पे लडा रहे हैं और सभ्रांत नागरिक थाने में जाने से घबरा रहा है।
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में लगातार बढते अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने आम जनता को पैम्फलेट्स बांटे है। इसमें अपराध से बचने के लिए 25 बातें बताई गई है। हालांकि पंपलेट्स पढकर ऐसा लगता है जैसे सारे अपराध जनता की लापरवाहीं से ही हो रहे हैं और अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है। शहर के एमजी रोड थाने द्वारा ऐसे 10 हजार पैम्फलेट्स बंटवाएं गए है। पंपलेट्स में अपराध से बचने के लिए 25 प्रकार के सुझाव दिए गए हैं। ऑनलाइन फ्राड, बैंक, एटीएम आदि से बचने के लिए जो बातें बताई गई है वह तो ठीक है लेकिन पंपलेट्स में कुछ बातें ऐसी है जिसे पढकर लगता है कि अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है और अपराध रोकने की सारी जिम्मेदारी जनता पर ही है।
पैम्फलेट्स में कहा गया है कि रोड पर चलते हुए यदि मोबाइल का उपयोग करते हैं तो उसे कसकर पकडे ताकि अचानक उसे कोई छीनकर भाग ना पाए। इसी प्रकार एक पाइंट में महिलाओं से कहा गया है कि सोने-चांदी के आभूषण, गले की चेन, मंगलसूत्र आदि पहनकर सुनसान जगह से निकले तो सावधानी रखे, उसे साडी या दुपट्टे आदि से कवर करके रखें। घर से बाहर टूर पर जाने पर फेसबुक या वाट्सएप्प पर फोटो और वीडियो अपलोड ना करे, बाद में घर आने पर कर सकते हैं। घर को सूना न छोडे तथा कीमती सामान लॉकर में रखें। दोपहियां वाहन चालक अपने वाहन में व्हील लॉक लगवाएं। दुकानदार अपनी दुकानों के शटर में सेंटर लॉक तथा अलार्म सिस्टम व सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगवाएं। जो लोग सक्षम है वे अपने मकान में अच्छी क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे अति आवश्यक रूप से लगवाएं।
इस संबंध में एमजी रोड थाना प्रभारी राजेन्द्र कुमार चतुर्वेदी का कहना है कि पैम्फलेट्स बांटने के बाद से क्षेत्र में होने वाले अपराधों में कमी आई है, वारदातें कम हुई हैं और लोगों में जागरूकता आई है।