जबलपुर। भारत देश का शायद यह पहला केस है जिसमें एक व्यक्ति बार-बार कोरोनावायरस संक्रमित हो रहा है। मध्य प्रदेश पुलिस का कॉन्स्टेबल पिछले 6 महीने में तीसरी बार पॉजिटिव मिला है। डॉक्टरों के लिए भी यह मामला आश्चर्य का विषय बन गया है। पुलिस आरक्षक के फेफड़े सिकुड़ गए हैं उन्हें जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। उल्लेखनीय है कि यह वही मेडिकल है जहां से रासुका का कोरोनावायरस संक्रमित आरोपी फरार हो गया था और उसके बाद कई मरीजों ने खिड़की से कूदने की कोशिश की।

विजयनगर थाने में तैनात 36 वर्षीय कांस्टेबल को कुछ दिनों से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। 24 दिसंबर को बुखार आने के बाद उसने कोविड टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इससे पहले 11 अगस्त और 9 नवंबर को भी उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तब शासकीय और निजी अस्पताल में भर्ती होकर उसने उपचार कराया था। कांस्टेबल के घर में उसकी पत्नी और 6 माह की एक बेटी है, जिनके स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता बढ़ गई है।

डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमित होकर स्वस्थ हुआ व्यक्ति भी दूसरी और तीसरी बार संक्रमित हो सकता है। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोना वार्ड प्रभारी डॉ संजय भारती के मुताबिक कोरोना संक्रमण के कारण कांस्टेबल के फेफड़े सिकुड़ गए हैं। कोरोना का डेड वायरस शरीर में लंबे समय तक रहता है यानी कि कोरोना संक्रमण से राहत मिलने के बाद भी वायरस पलटवार कर सकता है। इसी वजह से कांस्टेबल को बार-बार संक्रमण का सामना करना पड़ रहा है। एक ही व्यक्ति के तीसरी बार कोरोना पॉजिटिव आने का यह देश और प्रदेश का पहला मामला है।

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