भोपाल ! व्यवसायिक परीक्षा मंडल भोपाल द्वारा द्वितीय चरण की पुलिस आरक्षक संवर्ग भर्ती चयन परीक्षा के दौरान प्रदेश भर में 34 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए हैं। जबकि व्यापम का दावा है कि 5 मुन्नाभाइयों को ही गिरफ्तार किया गया है। पुलिस और एसटीएफ की यह संयुक्त कार्रवाई थी। व्यापम और जिला प्रशासन के तमाम दावों की पोल उस समय खुलती नजर आई जब रविवार को आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में दतिया जिले में दस फर्जी परीक्षार्थी जांच के दौरान उड़नदस्ता दल को मिले। जिसमें मुरैना निवासी प्रदीप त्यागी को गिरफ्तार भी कर लिया गया। यह फर्जी परीक्षार्थियों का सरगना बताया जा रहा है।
वहीं सामूहिक नकल के लिए चर्चित भिंड जिले में आठ संदिग्ध परीक्षार्थी उड़नदस्ते दल को मिले। इसी तरह ग्वालियर में तो और भी चौकाने वाली बात रही। यहां पुलिस और एसटीएफ ने तेरह मुन्ना भाईयों को गिरफ्तार किया है। वहीं राजगढ़ में परीक्षा के दौरान एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। पुलिस द्वारा पूछताछ में रघुराज मीणा बताया और उसने यह भी कबूल किया कि अस्सी हजार रूपए लेकर परीक्षा में शामिल हुआ था। इसी तरह शाजापुर जिले में एक संदिग्ध मुन्नाभाई पकड़ा गया। जिसे उडनदस्ता दल ने पुलिस के हवाले कर दिया। जहां अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। हालांकि शाजापुर थाना प्रभारी एमआर खान ने संभावना जताई है कि इससे एक बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है। बहरहान पकड़े गए हेरेंद्र से पुछताछ की जा रही है। इसी तरह सतना जिले से एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया है। यहां चौकाने वाली बात यह है कि पुलिस आधा सेकड़ा के करीब मुन्ना भाईयों का आंकड़ा बता रही है वहीं व्यापम अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए यह अलाप भर रहा है कि प्रदेशभर में मात्र पांच मुन्नाभाई ही पकड़े गए हैं।

 

 

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