जबलपुर। जबलपुर में एसपी अमित सिंह ने थाना प्रभारियों पर जुर्माना ठोक दिया है। एक नहीं पूरे 19 थाना प्रभारियों को नोटिस थमा दिया गया है। मसला ये था कि इन प्रभारियों ने अपने आका एसपी अमित सिंह का एक आदेश नहीं माना था। कानून की रक्षा का जि़म्मा लिए पुलिस अधिकारी खुद कितने अनुशासित हैं ये इसका उदाहरण है। मामला ये था कि मध्य प्रदेश विधानसभा से हर जि़ले में महिला अपराध के संबंध में जानकारी मांगी गयी थी। एसपी अमित सिंह ने जि़ले के सभी थाना प्रभारियों को अपने अपने थाना क्षेत्र की जानकारी भेजने का आदेश दिया। लेकिन जबलपुर के 19 थाना प्रभारियों ने पुलिस कप्तान के फरमान को ही तवज्जो नहीं दी। उन्होंने जानकारी भेजने की ज़हमत ही नहीं उठायी। थाना प्रभारियों ने भले ही आदेश को हल्के में लिया हो लेकिन एसपी साहब ने इसे बेहद गंभीरता से लिया। एसपी अमित सिंह ने नाफरमानी करने वाले 19 थाना प्रभारियों पर जुर्माना ठोक दिया। उन्होंने सबके खिलाफ 10–10 हज़ार रूपए के अर्थदंड का नोटिस जारी कर दिया है।
विधान सभा कार्यालय से पूरे प्रदेश में महिला अपराधों और उन पर की गयी कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी गयी थी। विधान सभा के मांगने पर पीएचक्यू ने पूरे प्रदेश में हर जि़ले के एसपी को पत्र लिखकर ये जानकारी मंगवायी। लेकिन बार बार पूछने और विभागीय पत्राचार के बावजूद 19 थाना प्रभारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और जानकारी नहीं भेजी। तय समय पर जवाब न देने से मुख्यालय स्तर पर भी जिले की किरकिरी हो गई। थाना प्रभारियों के इस रवैये से खफा होकर एसपी अमित सिंह ने सभी लापरवाह थाना प्रभारियों को 10 हज़ार अर्थदंड के नोटिस थमा दिए।
एसपी अमित सिंह के मुताबिक आगामी विधानसभा सत्र को लेकर प्रदेशभर से महिला अपराध संबंधी मामलो की जानकारी तलब की गई है। जानकारी देने में 19 पुलिस अधिकारियों ने लापरवाही बरती है। अब भी जवाब आने का इंतजार है। जिन अधिकारियों का जवाब संतोषजनक नहीं आता है उन पर अर्थदंड लगाया जाएगा।