मुंबई । महाराष्ट्र के पुणे से शुरु हुई हिंसा ने पूरे महाराष्ट्र राज्य को प्रभावित कर दिया है। भीमा कोरेगांव की हिंसा की घटना ने दो दिनों से राज्य में जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। हालांकि मुख्यमंत्री और अन्य राज्य नेताओं ने इसकी जांच और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं। बता दें कि एक जनवरी को पुणे के भीमा कोरेगांव में दलित समाज के शौर्य दिवस पर भड़की हिंसा के विरोध में बीआर अंबेडकर के पोते और कार्यकर्ता प्रकाश अंबेडकर ने आज महाराष्ट्र बंद का एलान किया है।
संसद तक असर
पुणे में जारी भीमा कोरेगांव की हिंसा का असर अब संसद तक भी पहुंच गया है। समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल और कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत स्थगन प्रस्ताव नोटिस प्रस्तुत किया है मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी राज्यसभा में नियम 56 के तहत स्थन प्रस्ताव का नोटिस दिया। सीपीआई नेता डी राजा ने पुणे हिंसा मुद्दे को लेकर राज्यसभा में शून्य काल का नोटिस जारी किया है। जन अधिकार पार्टी नेता और मधेपुरा सांसद पप्पू यादव ने भी राज्यसभा में स्थगन नोटिस दिया।
स्कूल कॉलेज बंद
मुंबई में आज स्कूल बसों की सेवा बंद कर दी गई है। एक स्कूल बस मालिक ने कहा, बच्चों की सुरक्षा को लेकर रिस्क नहीं लिया जा सकता है। हम 11 बजे तक हालात को देखते हुए दूसरा फैसला करेंगे कि दूसरी पीरीयड में बस चलाया जा सकता है या नहीं। मुंबई यंग लेडीज स्कूल के शिक्षक ने बताया, यह बच्चों के अभिभावकों पर छोड़ दिया गया है कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहतें हैं या नहीं। मुश्किल से 50 बच्चे आज स्कूल आए हैं। इसलिए हम उन्हें भी वापस घर भेज दे रहे हैं। मुंबई स्थित अबासाहेब कॉलेज आज के लिए बंद कर दिया गया है।
वायुसेवाओं में कैंसेलेशन शुल्क पर छूट
सरकारी एयर इंडिया सहित घरेलु विमान ने महाराष्ट्र में फैली हिंसा को लेकर रद किये गए टिकट पर कैंसेलेशन शुल्क माफ कर दिए हैं। एयर इंडिया ने कहा है कि 2-3 जनवरी को मुंबई से आने वाली और मुंबई को जाने वाली एयर टिकट की कैंसेलेशन शुल्क माफ कर दिया गया है। जेट एयरवेज ने भी कहा, ” मुम्बई, पुणे और औरंगाबाद की 3 जनवरी की टिकट रद करने पर छुट है। इंडिगो ने कहा है कि वह आज और कल के लिए मुंबई और पुणे से उड़ानों के लिए और रद्द करने की शुल्क माफी प्रदान करेगा। इंडिगो ने अपने यात्रियों को एक ट्वीट में बताया, “हम आज के लिए और मुंबई से उड़ानों के लिए रीशिड्यूल और रद्द शुल्क माफ करते हैं।”
यात्री बस सेवा निलंबित
पुणे और सतारा जाने वाली बसों को भी हिंसा को देखते हुए अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है। ठाणे में ऑटो-रिक्शा की कमी के कारण ऑफिस जाने वाले लोगों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है। कर्नाटक से महाराष्ट्र को जाने वाली अंतरराज्यीय बस सेवा भी कुछ समय के लिए निलंबित कर दी गई है। बंद के कारण ऑटोरिक्शा चालक भी परेशान हैं। एक ऑटोरिक्शा चालक ने कहा, हम सिर्फ इसलिए को समर्थन कर रहे हैं क्योंकि हम किसी तरह का नुक्सान नहीं चाहते हैं। प्रदर्शनकारी कुछ भी नुक्सान पहुंचा सकते हैं।
ठाणे में धारा 144 लागू
घाटकोपर के रमाबाई कॉलोनी और पूर्वी एक्सप्रेस हाइवे पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
प्रदर्शनकारियों ने ठाणे स्टेशन पर ट्रेन को रुकवाकर विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की थी। बढ़ती हिंसा को देखते हुए ठाणे में 4 जनवरी की रात्रि तक धारा 144 लागू कर दी गई है। औरंगाबाद में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। डीसीपी प्रवीण मुंधे ने कहा, “मैं सभी नागरिकों से अपने डेली रुटीन को जारी रखने का आह्वान करता हूं। उन्होंने आश्वासन दिया कि शहर में शांति व्यवस्था जल्द ही हो जाएगी। सेशल माडिया पर फैलाए जा रहे अफवाहों पर ध्यान ना दें।”
रेलवे प्रभावित
कुछ प्रदर्शनकारियों ने ठाणे में रेलवे सेवा को भी प्रभावित करने की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद आरपीएफ और जीआरपी बलों ने तत्काल इस पर काबू पा लिया। केंद्रीय रेलवे के अधिकारी के कहना है कि सेंट्रल रेलवे पर रेल सेवा निर्बाधित रूप से चालू है। नालासोपारा रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे जाम कर रखा है। प्रबंधन और सुरक्षा बल यातायात व्यवस्था सामान्य करने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।नागपुर के शताब्दी स्क्वायर पर प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने हाइवे जाम कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ मुंबई के एनएम जोशी मार्ग पर जबरदस्ती दुकानें बंद करवाई जा रही हैं। असाल्फा और घाटकोपर के बीच की मेट्रो सेवाएं प्रदर्शनकारियों के द्वारा बंद कर दी गई है।
डिब्बावाला सेवाएं बंद
मुंबई तक पहुंचे हिंसा के असर ने कई लोकल ट्रेंनों और बसों को भी इसका शिकार बनाया गया। मुंबई प्रसिद्ध डब्बावाला संगठन ने भी हिंसा को देखते हुए एक दिन के लिए अपनी सेवा बंद करने का फैसला किया है। इस संगठन के प्रमुख सुभाष तालेकर ने कहा, यातायात के साधनों में आ रही समस्या से टिफिन डेलीवरी समय पर नहीं हो पा रही है।